रायबरेली : नवरात्रि की धूम और दशहरा के उत्साह के बीच गंगागंज क्षेत्र में दुर्गा पूजा दशहरा मेला दंगल एवं रामलीला कमेटी ने एक रोमांचक दंगल का आयोजन किया। यह आयोजन स्थानीय परंपराओं को जीवंत करने और युवाओं को पारंपरिक खेलों से जोड़ने का एक शानदार प्रयास साबित हुआ। मेला स्थल पर हजारों की संख्या में लोग जुटे, जहां कुश्ती के इस मुकाबले ने दर्शकों को बांधे रखा। फाइनल मुकाबले में संतकबीर नगर के पहलवान सर्वेश तिवारी ने गोरखपुर के दिग्गज सचिन को कड़ी टक्कर देकर विजय हासिल की, जिससे पूरा मैदान जश्न की लहर में डूब गया।
दशहरा मेले का यह दंगल आयोजन न केवल शारीरिक शक्ति का प्रदर्शन था, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने का माध्यम भी बना। रामलीला कमेटी के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सुरक्षा और व्यवस्था के पूर्ण इंतजाम किए गए थे। मेला क्षेत्र में रंग-बिरंगे झंडे, म्यूजिक और स्ट्रीट फूड स्टॉल्स ने त्योहार का रंग और चटकदार बना दिया।

कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष शरद मिश्र उपस्थित हुए। उन्होंने दंगल का उद्घाटन करते हुए कहा, “कुश्ती जैसे पारंपरिक खेल न केवल शारीरिक बल प्रदान करते हैं, बल्कि अनुशासन और साहस की सीख भी देते हैं। दशहरा का यह मेला हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का प्रतीक है।” शरद मिश्र ने विजेता सर्वेश तिवारी को सम्मानित करते हुए युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित किया।
विशिष्ट अतिथियों में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पंकज तिवारी, सेंट्रल बार के अध्यक्ष राकेश तिवारी और एडवोकेट आनंद दीक्षित शामिल हुए। इनकी उपस्थिति ने आयोजन को राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर मजबूती प्रदान की। पंकज तिवारी ने बताया, “रायबरेली जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे आयोजन ग्रामीण युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ते हैं। हम कांग्रेस पार्टी के तौर पर ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पूरा समर्थन करते हैं।”
मेला कमेटी के प्रबंधक मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि यह दंगल पिछले कई वर्षों से चली आ रही परंपरा का हिस्सा है। “हमने इस बार विशेष रूप से युवा पहलवानों को आमंत्रित किया था, ताकि क्षेत्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा बढ़े।” उप प्रबंधक निधि बाजपेई ने व्यवस्था का श्रेय पूरी टीम को दिया, जबकि अध्यक्ष कृष्णकांत मिश्रा ने कहा, “दशहरा मेला केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि सामुदायिक एकजुटता का प्रतीक है।” उपाध्यक्ष प्रमोद बाजपेई, मृत्युंजय तिवारी, आशीष मिश्रा और जितेंद्र सिंह जैसे अन्य सदस्यों ने भी आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई।
फाइनल कुश्ती: सर्वेश तिवारी की शानदार वापसी, दर्शक झूम उठे
दंगल का चरमोत्कर्ष फाइनल मुकाबला था, जिसमें संतकबीर नगर के सर्वेश तिवारी और गोरखपुर के सचिन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। दोनों पहलवान शुरू से ही आक्रामक रुख अपनाए हुए थे। सर्वेश ने अपनी तेज चाल और मजबूत पकड़ का फायदा उठाते हुए पहले राउंड में बढ़त हासिल की, लेकिन सचिन ने शानदार काउंटरअटैक से मैच को रोमांचक बना दिया। दूसरे राउंड में सर्वेश की रणनीति काम आई, जब उन्होंने एक शक्तिशाली धाक्का मारकर सचिन को मैट पर गिरा दिया। रेफरी रामबोध ने फैसला सुनाते ही सर्वेश को विजेता घोषित किया।
विजेता सर्वेश तिवारी ने अपनी जीत का श्रेय कोच और परिवार को दिया। “यह मेरी मेहनत का फल है। ऐसे दंगलों से हमें नई ऊर्जा मिलती है,” उन्होंने कहा। दर्शकों ने तालियों और नारों से उनका स्वागत किया। कॉमेंटेटर पप्पू यादव की जीवंत कमेंट्री ने पूरे मुकाबले को जीवंत बना दिया, जिससे दर्शक अंत तक बंधे रहे।