Health Mission in Action: रायबरेली (Raebareli) में स्वास्थ्य जागरूकता को नई दिशा देने के उद्देश्य से रविवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान की शुरुआत की गई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अर्पित उपाध्याय ने कंपोजिट विद्यालय परिसर में बच्चों, शिक्षकों, आशा बहुओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को शपथ दिलाई कि वे अपने आस-पास के क्षेत्रों को स्वच्छ रखेंगे और संचारी रोगों के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे। अभियान का उद्देश्य जिले में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसे मच्छरजनित रोगों पर नियंत्रण और सामूहिक प्रयासों से स्वस्थ वातावरण तैयार करना है। जागरूकता रैली और फॉगिंग वाहन को हरी झंडी दिखाकर अभियान की औपचारिक शुरुआत की गई। और भी क्या कुछ खास रहा इस अभियान में चलिए जानते हैं।
अभियान की शुरुआत और उद्देश्य/Health Mission in Action
जनपद रायबरेली (Raebareli) में 5 से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा 11 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान (Dastak campaign) चलाया जा रहा है। इस अभियान का लक्ष्य संचारी रोगों की रोकथाम, स्वच्छता को बढ़ावा देना और मच्छर जनित बीमारियों पर नियंत्रण करना है। सीडीओ अर्पित उपाध्याय ने कहा कि संचारी रोगों से बचाव पूरी तरह संभव है, बशर्ते लोग जागरूक रहें और अपने आस-पास सफाई बनाए रखें। उन्होंने सभी विभागों को मिलकर जनपद को स्वच्छ और रोगमुक्त बनाने के लिए कार्य करने का निर्देश दिया।

बच्चों और शिक्षकों में जागरूकता का संचार
अभियान की शुरुआत के दौरान विद्यालय परिसर में बच्चों और शिक्षकों को संचारी रोगों से बचाव के उपाय बताए गए। उन्हें यह समझाया गया कि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए पानी का जमाव रोकना, साफ-सफाई बनाए रखना और मच्छरदानी का उपयोग जरूरी है। बच्चों को ‘स्वच्छ रहो, स्वस्थ रहो’ का संदेश देते हुए प्रेरित किया गया कि वे अपने घर और मोहल्ले में भी साफ-सफाई को बढ़ावा दें। इस मौके पर एक जागरूकता रैली भी निकाली गई, जिसमें विद्यार्थियों ने पोस्टर और नारे के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।
फॉगिंग और एंटी लार्वा अभियान को मिली गति

मुख्य विकास अधिकारी ने अभियान के तहत फॉगिंग वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी नगर निकायों, ग्राम पंचायतों और शहरी क्षेत्रों में फॉगिंग, एंटी लार्वा छिड़काव, नालियों और तालाबों की सफाई का कार्य शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जलभराव और गंदगी मच्छरों के प्रजनन का प्रमुख कारण है, इसलिए हर क्षेत्र में नियमित सफाई और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव अनिवार्य रूप से किया जाए।
बहु-विभागीय समन्वय से होगा अभियान का संचालन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन चंद्रा (Dr. Naveen Chandra) ने बताया कि अभियान में स्वास्थ्य विभाग नोडल एजेंसी है, जबकि कुल 13 विभाग मिलकर इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग कर रहे हैं। इनमें शिक्षा, नगर विकास, पंचायती राज, जल निगम, कृषि, बाल विकास और यूनिसेफ जैसे संस्थान शामिल हैं। सभी विभागों को आपसी समन्वय से साफ-सफाई, प्रचार-प्रसार और व्यवहार परिवर्तन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। उद्देश्य है कि गांव से लेकर शहर तक हर नागरिक इस अभियान का सक्रिय हिस्सा बने।
अधिकारियों की उपस्थिति और संकल्प

कार्यक्रम का संचालन श्याम सुंदर पांडे (Shyam Sundar Pandey) ने किया। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल सिंह (Rahul Singh), जिला मलेरिया अधिकारी रमेश चंद्र यादव (Ramesh Chandra Yadav), जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डी.एस. अस्थाना (D.S. Asthana), जिला कार्यक्रम अधिकारी विनय कुमार सिंह, एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. ऋषि बागची (Dr. Rishi Bagchi) यूनिसेफ कोऑर्डिनेटर वंदना त्रिपाठी (Vandana Tripathi) समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि स्वच्छता और जनजागरूकता के माध्यम से जिले को संचारी रोगों से मुक्त बनाने में हर संभव योगदान देंगे।