Raid On Illegal Firecracker Warehouse In Agra : दीपावली के ठीक पहले आगरा में अवैध पटाखों के कारोबार पर पुलिस ने कड़ा प्रहार किया है। थाना सिकंदरा पुलिस ने शास्त्रीपुरम इलाके में एक अवैध गोदाम पर छापेमारी कर लगभग 2500 किलो अवैध पटाखे बरामद किए। गोदाम के मालिक गीदम के पास केवल 1500 किलो पटाखों के भंडारण की वैध अनुमति थी, लेकिन उन्होंने अलग से एक अवैध गोदाम तैयार कर लिया था, जिसमें अतिरिक्त मात्रा में पटाखे जमा किए गए थे। चौंकाने वाली बात यह है कि पटाखों के ठीक बगल में गैस सिलेंडर रखे हुए थे, जो किसी बड़े हादसे का खतरा पैदा कर रहे थे। पुलिस ने सभी पटाखों को सीज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है। इस कार्रवाई की अगुवाई एसीपी हरिपर्वत अक्षय महाडीक ने की।
घटना की पूरी कथा: सूचना से छापेमारी तक

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि शास्त्रीपुरम क्षेत्र में अवैध तरीके से पटाखों का एक बड़ा गोदाम संचालित हो रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद थाना सिकंदरा की टीम ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई। शुक्रवार रात को हुई इस छापेमारी में पुलिस ने गोदाम में घुसकर भारी मात्रा में पटाखे बरामद किए। गोदाम मालिक गीदम (स्थानीय पटाखा व्यापारी) के पास जिला प्रशासन से केवल 1500 किलो पटाखों के भंडारण की अनुमति थी, जो मुख्य रूप से वैध व्यापार के लिए दी गई थी। लेकिन गीदम ने इससे कहीं अधिक मात्रा जमा करने के लिए एक अलग, गुप्त गोदाम का निर्माण कर लिया था।
छापेमारी के दौरान पुलिस को गोदाम में कुल 2500 किलो अवैध पटाखे मिले, जिनमें विभिन्न प्रकार के विस्फोटक सामग्री शामिल थी। सबसे खतरनाक तथ्य यह सामने आया कि पटाखों के स्टोर के ठीक आसपास कई गैस सिलेंडर रखे हुए थे। इससे न केवल आग लगने का खतरा बढ़ गया था, बल्कि किसी छोटी चिंगारी से पूरे इलाके में विस्फोट होने की संभावना भी थी। एसीपी अक्षय महाडीक ने बताया, “यह गोदाम बिना किसी सुरक्षा उपायों के चलाया जा रहा था। गैस सिलेंडरों की मौजूदगी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। हमने तुरंत सभी सामग्री को सीज कर लिया और फोरेंसिक टीम को बुलाकर जांच शुरू कर दी है।”
पुलिस ने गोदाम को अस्थायी रूप से सील कर दिया है और गीदम के खिलाफ आर्म्स एक्ट, एक्सप्लोसिव एक्ट तथा अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। गीदम को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, जबकि उसके सहयोगियों की तलाश जारी है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि ये पटाखे मुख्य रूप से बाहरी राज्यों से अवैध रूप से मंगाए गए थे और स्थानीय बाजार में ऊंचे दामों पर बेचे जाने वाले थे।
खतरे की आहट: क्यों बढ़ रहा है अवैध पटाखों का कारोबार?
दीपावली के नजदीक आते ही उत्तर प्रदेश में पटाखों पर सख्ती बढ़ा दी गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार केवल ‘ग्रीन पटाखे’ ही बेचने-खरीदने की अनुमति है, लेकिन अवैध कारोबारियों द्वारा प्रतिबंधित पटाखों का जखीरा जमा किया जा रहा है। आगरा जैसे शहरों में यह समस्या और गंभीर है, जहां ताजमहल जैसे पर्यटन स्थलों की वजह से प्रदूषण पर विशेष नजर रखी जाती है। हाल के दिनों में कानपुर, प्रयागराज और दिल्ली जैसे शहरों में भी इसी तरह की छापेमारियां हुई हैं, जहां सैकड़ों किलो अवैध पटाखे जब्त किए गए।
एसीपी महाडीक ने चेतावनी जारी करते हुए कहा, “हमारी टीमें पूरे जिले में सतर्क मोड में हैं। अवैध पटाखों का भंडारण न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि जन-धन की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। किसी भी प्रकार की सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।” जिला प्रशासन ने भी सभी थानों को निर्देश दिए हैं कि वे बाजारों, गोदामों और आवासीय इलाकों में नियमित जांच करें।
आगे की कार्रवाई: क्या होगा अगला कदम?
पुलिस अब पटाखों के स्रोत की जांच कर रही है। फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा सामग्री की गुणवत्ता की जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये पटाखे कितने खतरनाक हैं। यदि गीदम पर अन्य अवैध गतिविधियों का खुलासा होता है, तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, जिला मजिस्ट्रेट ने सभी पटाखा व्यापारियों को वैध लाइसेंस दिखाने का आदेश दिया है।