Saharanpur News : सहारनपुर ( Saharanpur ) के जिलाधिकारी कार्यालय पर बुधवार को एक हृदयविदारक दृश्य देखने को मिला, जब एक दिव्यांग दंपति व्हीलचेयर पर बैठकर अपने 18 वर्षीय बेटे की हत्या के आरोपियों को सजा दिलाने की गुहार लेकर पहुंचा। हाथ में कपड़े पर लिखा एक पत्र था—“मेरे बेटे के हत्यारों को सजा दो।” यह दृश्य वहां मौजूद हर व्यक्ति को भावुक कर गया। दिव्यांग चरण सिंह और उनकी पत्नी ने बताया कि उनके बेटे विनय की 3 अक्टूबर की रात गांव के ही कुछ लोगों ने बेरहमी से हत्या कर दी और उसकी लाश को पेड़ से लटका दिया।
उनका आरोप है कि पुलिस ने न तो आरोपियों को गिरफ्तार किया और न ही शव का पोस्टमार्टम कराया। परिवार का कहना है कि गांव वालों और आरोपियों ने दबाव डालकर शव को जल्दबाजी में जला दिया, ताकि सबूत मिटाए जा सकें। चरण सिंह ने कहा कि वे और उनकी पत्नी दोनों दिव्यांग हैं, इसलिए न्याय के लिए संघर्ष कर पाना उनके लिए बेहद कठिन है, लेकिन अब वे हार नहीं मानेंगे।

चरण सिंह ने रोते हुए बताया कि जिस वक्त वारदात हुई, वे हरिद्वार में थे। “जब फोन आया तो कहा गया कि तुम्हारा बेटा पेड़ पर लटका है। मैं भागकर घर आया, लेकिन वहां पुलिस और मेरा परिवार मौजूद था। उन्होंने मुझे फोन करने नहीं दिया, कहा कि अगर तू रिपोर्ट करेगा तो खुद फंस जाएगा। उसी समय मेरे भाई और गांव वालों ने शव जला दिया।” चरण सिंह ने बताया कि उनके परिवार में चार भाई हैं और 24 बीघा जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। उनका आरोप है कि इसी जमीन की रंजिश में उनके बेटे की हत्या की गई।
उन्होंने कहा, “हम गरीब हैं, दिव्यांग हैं, लेकिन इंसाफ चाहते हैं। जिन लोगों ने मेरे बेटे को मारा है, उन्हें जेल भेजा जाए।” दिव्यांग दंपति की इस पीड़ा भरी फरियाद सुनकर मौके पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। उन्होंने जिलाधिकारी से गुहार लगाई कि निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाए ताकि किसी और पिता को ऐसा दिन न देखना पड़े।