Tiger Attack In Bahraich: हल्दी के खेत में घास निकालते समय बाघ का हमला, किसान संजीत कुमार की मौत; इलाके में दहशत का माहौल

Tiger Attack In Bahraich : उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में कतर्निया घाट वन्यजीव प्रभाग के सुजौली रेंज अंतर्गत रमपुरवा गांव के रहने वाले एक किसान संजीत कुमार की शाम को जंगल से निकले बाघ के हमले में दर्दनाक मौत हो गई। संजीत हल्दी के खेत में घास की निकाई करने गया था, तभी अचानक बाघ ने उस पर घात लगाकर हमला कर दिया। घटना से इलाके में दहशत फैल गई है, और ग्रामीणों ने वन विभाग से तत्काल सुरक्षा उपायों की मांग की है।

घटना की विस्तृत जानकारी के अनुसार, संजीत कुमार (उम्र करीब 35-40 वर्ष) शाम के समय अपने हल्दी के खेत में घास निकालने का काम कर रहा था। खेत जंगल की सीमा से सटा हुआ था, जहां से अक्सर जंगली जानवर निकलते रहते हैं। अचानक जंगल से निकला बाघ संजीत पर टूट पड़ा। संजीत ने अकेले ही बाघ से मुकाबला किया और कुछ देर तक संघर्ष करते रहे। ग्रामीणों के अनुसार, उन्होंने संजीत की चीखें सुनीं और दौड़कर मौके पर पहुंचे।

आसपास के किसान और ग्रामीण चीख-पुकार मचाकर और लाठी-डंडों से शोर करते हुए बाघ को भगाने में सफल रहे। लेकिन तब तक बाघ ने संजीत के सिर पर कई गंभीर वार कर दिए थे, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हमले के निशान संजीत के सिर और शरीर पर स्पष्ट दिखाई दे रहे थे।

सूचना मिलते ही सुजौली रेंज की पुलिस टीम और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है कि मौत बाघ के हमले से हुई। वन विभाग की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और बाघ की लोकेशन ट्रैक करने के लिए पिंजरा लगाने और गश्त बढ़ाने की तैयारी कर रही है।

इस घटना ने पूरे रमपुरवा गांव और आसपास के इलाकों में दहशत पैदा कर दी है। ग्रामीणों का कहना है कि कतर्निया घाट वन्यजीव अभयारण्य से सटे होने के कारण बाघ और अन्य जंगली जानवरों के हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं। पिछले कुछ महीनों में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अब तक ठोस उपाय नहीं किए गए। किसान अब खेतों में जाने से डर रहे हैं, खासकर शाम के समय। गांव वालों ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है और बाघ को पकड़ने या ट्रैंकुलाइज करने की अपील की है।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में बाघों की संख्या बढ़ने से मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं आम हो गई हैं। वे ग्रामीणों को जंगल के पास न जाने और समूह में काम करने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही, पिंजरा लगाकर बाघ को पकड़ने का प्रयास किया जाएगा। राजस्व विभाग संजीत के परिवार को तत्काल राहत राशि प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।

पुलिस अधीक्षक बहराइच ने कहा, “हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच जारी है। इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि कोई और घटना न हो।” इस घटना ने एक बार फिर मानव-वन्यजीव संघर्ष की गंभीर समस्या को उजागर किया है, और स्थानीय प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।

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