Unclaimed Car From Bikru Incident Auctioned : कुख्यात बिकरू कांड के ठीक दो दिन बाद कानपुर के विजय नगर क्षेत्र से बरामद की गईं तीन लावारिस कारों में से एक कार शुक्रवार को नीलामी प्रक्रिया में बिक गई। हालांकि, शेष दो कारों की ऊंची कीमत सुनकर कोई भी खरीदार आगे नहीं आया। काकादेव थाने में आयोजित वाहनों की नीलामी में आगरा के एक व्यापारी ने कुल 75 वाहनों को 22.40 लाख रुपये में खरीद लिया।
नीलामी की पूरी डिटेल

- बिकरू कांड से जुड़ी कारें : जुलाई 2020 में हुए बिकरू गांव कांड (जहां गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस पार्टी पर हमला किया था) के दो दिन बाद विजय नगर से तीन लावारिस वाहन बरामद हुए थे। इनमें से एक कार की नीलामी सफल रही, जबकि दो अन्य कारों (जिनकी कीमत अपेक्षाकृत अधिक थी) को कोई खरीदार नहीं मिला।
- नीलामी स्थल : काकादेव पुलिस थाना परिसर में यह नीलामी आयोजित की गई।
- सफल खरीदार : आगरा निवासी एक व्यापारी ने कुल 75 वाहनों (जिनमें बिकरू से जुड़ी एक कार सहित अन्य जब्त वाहन शामिल थे) को 22.40 लाख रुपये की बोली लगाकर अपने नाम कर लिया।
- अनबिकी कारें : दो महंगी कारों की बोली नहीं लगी, क्योंकि उनकी निर्धारित कीमत सुनकर खरीदारों ने हिम्मत नहीं जुटाई। इन कारों को अगली नीलामी में शामिल किया जा सकता है।
पृष्ठभूमि: बिकरू कांड का संक्षिप्त विवरण
बिकरू कांड उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में 2-3 जुलाई 2020 की रात हुआ था। विकास दुबे और उसके गुर्गों ने CHA (Circle Officer) देवेंद्र मिश्रा सहित 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। हमले के बाद पुलिस ने व्यापक छापेमारी की, जिसमें विजय नगर से ये तीन लावारिस कारें बरामद हुईं। जांच में ये वाहन कांड से जुड़े होने की आशंका जताई गई थी। विकास दुबे को बाद में उज्जैन में गिरफ्तार किया गया और एनकाउंटर में मारा गया।
पुलिस ने इन वाहनों को अदालत के आदेश पर जब्त कर रखा था। लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद अब इनकी नीलामी शुरू की गई है। शुक्रवार की नीलामी में कुल 75 वाहनों की बिक्री हुई, जो पुलिस की संपत्ति निपटान प्रक्रिया का हिस्सा है।
आगे की कार्रवाई
अधिकारियों के अनुसार, अनबिकी दो कारों को अगली नीलामी में रखा जाएगा। यदि फिर भी खरीदार नहीं मिले, तो कीमत में कमी की जा सकती है। यह नीलामी पुलिस की जब्त संपत्ति को निपटाने और राजस्व उत्पन्न करने की नियमित प्रक्रिया है।










