राँची : इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की दो दिवसीय अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांफ्रेंस -” समृद्धि” का शुभारंभ दी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया, नई दिल्ली की कमिटी फॉर फाइनेंसियल मार्केट्स एंड इन्वेस्टरस प्रोटेक्शन के तत्वाधान में इंस्टिट्यूट की रांची शाखा द्वारा आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय कांफ्रेंस “समृद्धि- Abundance & Oppurtunities” का मेंन रोड स्थित रैडिसन ब्लू में शुभारंभ हुआ। कांफ्रेंस का उद्घाटन सम्मानीय अतिथि श्री आर के दत्ता, सीए अनुज गोयल, सीए ज्ञान चंद्र मिश्रा , सीए मनीषा बियानी, सीए श्रद्धा बगला , सीए उमेश कुमार, सीए हरेंद्र भारती एवं सीए रंजीत गाड़ोदिया ने दीप प्रज्वलन करके किया। उद्घाटन समारोह में आये सम्मानीय अतिथि आर के दत्ता के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को फाइनेंसियल मार्केट्स का नीव बताया और कहा कि चार्टर्ड एकाउंटेंट्स आने वाले समय में फाइनेंसियल मार्केट्स के आधारभूत होंगे। उद्घाटन समारोह में सेंट्रल कौंसिल मेंबर सीए अनुज गोयल एवं सीए ज्ञान चंद्र मिश्रा ने कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को सर्वयापी बनने के लिए प्रेरित किया और आये हुए डेलीगेट्स को फाइनेंसियल मार्केट्स के विस्तरित दायरे को समझाया। उन्होंने कहा चुनौती अपने साथ बहुतसारे अवसर लेकर आता है, और चार्टर्ड एकाउंटेंट्स वित्तीय समाज की रीढ़ होने के नाते उन चुनौती को अपनाने में बहुत बड़ा योगदान देते है । उद्घाटन समारोह में इंस्टिट्यूट की क्षेत्रीय परिषद सदस्य सीए मनीषा बियानी ने कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए फाइनेंस और चार्टर्ड एकाउंटेंट्स एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एक के बिना, दूसरे का काम नहीं चल सकता। उन्होंने इस कांफ्रेंस को रांची शाखा के लिए मील का पत्थर मना।
कांफ्रेंस संयोजक सीए रंजीत गाड़ोदिया ने जानकारी देते हुए कहा कि 2024 का ये अखिल भारतीय कांफ्रेंस इन्वेस्टमेंट की पाठशाला हैं और इसमें भाग लेने आये वक्ता अपने क्षेत्रों के पंडित हैं। उन्होंने यह भी कहा की चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की फाइनेंसियल मार्केट्स में बढ़ती रूचि की कारण इस विषय का चयन किया। रांची शाखा की अध्यक्षा सीए श्रद्धा बगला ने अपने उद्धबोधन में आये देश भर से सभी सुविज्ञ गुरु एवं प्रतिनिधियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा की यह दो दिन का कांफ्रेंस वित्तीय विचारों से प्रचुर होगा एवं निवेश के नए अवसरों का पटल बनेगा। उन्हें यक़ीन है की आये हुए सभी प्रतिनिधि ज्ञान से समृद्ध महसूस करेंगे।

इस कांफ्रेंस के प्रथम दिन के प्रथम सत्र में Zee Business के प्रमुख संपादक एवं प्रमुख वित्तीय विश्लेषक सीए अनिल सिंघवी ने निवेशों पर अपनी अनमोल विचारधारा को साझा करते हुए एक बार फिर निवेशकों को मार्गदर्शन दिया। उन्होंने बताया कि वे रोजाना Zee Business पर निवेश से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान करते हैं और बाजारों की विभिन्न रणनीतियों का विश्लेषण करते हैं। उन्होंने कहा, “निवेश के मामले में, जब भी खरीदारी का मौका आए, तो उसे त्वरितता से अवश्य फायदा उठाएं। पहले संकेत तक, हर गिरावट पर खरीदें।” वे आगामी बजट पर भी अपनी दृष्टिकोण रखते हुए बोले, ” शेयर बाजार के सटीक भविष्य की भविष्यवाणी करना चुनौतीपूर्ण है, इन व्यापक कारकों को समझना और अपने जोखिम सहनशीलता और निवेश उद्देश्यों के अनुरूप एक विविध पोर्टफोलियो बनाए रखना आपको बाजारों में दीर्घकालिक सफलता के लिए मदद कर सकता है। ” सीए अनिल सिंघवी ने अपने अनुभव के साथ निवेशकों को निवेश के लिए अनमोल सलाह देना जारी रखा है और उनके विचार निवेशकों के लिए निरंतर प्रेरणा स्रोत रहते हैं।
कोलकाता के प्रमुख वित्तीय योजना और संभावित वित्तीय पुनर्गठन एवं सम्पत्ति विरासत के माध्यम से बातचीत करने वाले पंजीकृत मूल्यांकन और दिवालियाप्ति समाधान विशेषज्ञ चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) मोहित भूटेरिया ने दूसरे सत्र में अपने विचारों को साझा किया। वे इंस्टिट्यूट के विशेष सलाहकार समिति के सहयोगी सदस्य भी हैं, जहां उन्होंने लगभग छह वर्षों तक अपनी योगदान की अहमियत साबित की है।
तीसरे सत्र में मुंबई के प्रमुख आशीष भगतानी में अपने विशेषज्ञता के साथ ऊर्जा डेरिवेटिव्स और जोखिम प्रबंधन पर बातचीत की। ऊर्जा डेरिवेटिव्स वे वित्तीय उपकरण होते हैं जो ऊर्जा संबंधित उत्पादों जैसे कि बिजली, पेट्रोलियम, गैस आदि पर आधारित होते हैं। ये उत्पादों की मूल्य गतियों या अन्य वित्तीय संकेतों के विरुद्ध सुरक्षित वित्तीय संविदाएं होती हैं। जोखिम प्रबंधन उन वित्तीय तकनीकों को संदर्भित करता है जिनका उपयोग कर वित्तीय संस्थाएँ अपनी जोखिमों को प्रबंधित करती हैं। आशीष भगतानी ने इस सत्र में उनके विशेषज्ञता के माध्यम से उन वित्तीय उपकरणों के महत्व पर विस्तार से चर्चा की, जो ऊर्जा सेक्टर में उपयोग में आते हैं। उन्होंने उस परिस्थिति में ऊर्जा डेरिवेटिव्स के उपयोग के माध्यम से जोखिम प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका को भी बताया।
कांफ्रेंस संयोजक सीए रंजीत गाड़ोदिया ने जानकारी देते हुए कहा कि कांफ्रेंस में,सीए हरेंद्र भारती,सीए उमेश कुमार, सीए अभिषेक केडिया,सीए निशांत मोदी,सीए पंकज मक्कड़, सीए आदित्य शाह, सीए आर के गरोडिया, सीए के सी टाक, सीए राजीव मित्तल, सीए सुमित अग्रवाल, सीए प्रवीण सिन्हा, सीए प्रवीण शर्मा, सीए सजींत श्रीवास्तव, सीए राज कुमार, सीए शुभम लोहिया एवं विभिन जगहों से आये 700 से अधिक डेलीगेट्स सम्मिलित हुए। मंच का संचालन सीए शुभम मोदी औेर सीए स्नेहा नरसरिया ने किया।