ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्य
शनिवार को नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक में सभासदों ने,वार्डो में विकास न होने को लेकर, लगभग डेढ़ दर्जनों, हंगामा शुरू कर दिया और दी गई पावर को वापस किए जाने की अध्यक्ष से मांग होने लगी। नगर पालिका अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं बैठक में नगरपालिका अध्यक्ष बार-बार चिल्लाते रहे कि सदन की गलियों को बनाकर रखिए लेकिन कई सभासद लगातार उनकी बातों का अनसुना कर हंगामा करते रहे। बोर्ड बैठक में पूरे समय अव्यवस्था फैली रही, कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं हुआ । नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सभासदों का आरोप है कि उन सभी ने मिलकर नए अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर को पचास लाख रुपए प्रति वर्ष विकास कार्य के लिए खुद के एकाधिकार से निकलने की स्वीकृति प्रारंभिक बोर्ड बैठक में दी थी । लेकिन शत्रोहन सोनकर ने क्षेत्र के विकास की जगह उस धन को खुद के विकास में खर्च करने लगे । जिससे नाराज सभी सभासद अब अध्यक्ष को दिए वित्तीय अधिकार को वापस लेना चाहते हैं ।
तत्काल बैठक बुलाकर सभासदों की समस्याओं का निराकरण करवाए : राकेश सचान
नगर पालिका परिषद रायबरेली में 36 वार्ड हैं। जिसमें 18 सभासद अध्यक्ष के विरोध में है। अध्यक्ष के वित्तीय दायित्व को वापस लेना चाहते हैं । इस संबंध में सभासदों ने जिले के प्रभारी मंत्री राकेश सचान से भी मिले इसके बाद प्रभारी मंत्री ने जिलाधिकारी को फोन करके तत्काल बैठक बुलाकर सभासदों की समस्याओं का निराकरण करने का निर्देश दिया । उन्होंने यह भी कहा कि अगर अध्यक्ष बैठक में नहीं आते हैं, तो सभासदों में से एक को अध्यक्ष नियुक्त करके बोर्ड बैठक की औपचारिकता को पूरा किया जाए । जिससे क्षेत्र के विकास में अवरोध उत्पन्न ना हो। विरोध करने वाले सभासद सतीश मिश्रा, रामखेलावन बारी, पंकज साहू, संजय श्रीवास्तव, मोहित सिंह, आशा सिंह, कामता दिन, पुष्पा यादव, रोहित पांडेय, घनश्याम श्रवण, सुनीता, जमुना देवी, हफीना, शबिस्ता बृजेश, हुसैन और जय वर्मा ने मंत्री राकेश सचान से की है।
बोर्ड बैठक को क्यों छोड़ भागते हैं नगर पालिका अध्यक्ष ?
बोर्ड बैठक में लगातार एक साथ सभासदों के चिल्लाने पर अध्यक्ष बैठक छोड़कर चले जाते हैं। आखिर शहर में गड्ढायुक्त सड़कों को बनाने के लिए सभासदों के द्वारा कहे जाने पर जेल रोड और मधुबन रोड बात करें तो लगातार सभासदों के द्वारा इन्हें बनाए जाने की मांग की जाती रही है, साथ ही शहर की कोई ऐसी सड़क नहीं है जहां पर गड्ढा ना हो और उस गड्ढे में गिरकर रोज कई लोग घायल न होते हो लेकिन इन सब के बीच नगर पालिका अध्यक्ष खामोश रहते हैं।