Chhath Celebration Across Patna: पटना में छठ महापर्व की भव्य तैयारी: सुरक्षा, स्वच्छता और श्रद्धा का अद्भुत संगम

550 घाटों से गूंजेगा छठ का महापर्व: प्रशासन ने किए कड़े इंतजाम, श्रद्धालुओं के लिए तैयार पटना

Chhath Celebration Across Patna: लोकआस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ (Chhath Puja) की रौनक से राजधानी पटना सज चुकी है। गंगा किनारे के घाटों से लेकर शहर के तालाबों और पार्कों तक श्रद्धा, भक्ति और तैयारियों का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा, स्वच्छता और आपदा प्रबंधन के व्यापक प्रबंध किए गए हैं, ताकि लाखों श्रद्धालु निर्बाध रूप से सूर्य उपासना का अनुष्ठान कर सकें। हर वर्ष की तरह इस बार भी घाटों पर भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है, जिसे देखते हुए विशेष बलों की तैनाती और नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। आइए जानते हैं पूरी खबर क्या है…

श्रद्धा और तैयारी का महापर्व: 550 घाटों पर छठ की व्यवस्था/Chhath Celebration Across Patna

छठ महापर्व (Chhath Puja) को लेकर पटना प्रशासन ने इस बार भव्य तैयारियां की हैं। गंगा व सहायक नदियों के कुल 550 घाटों, 102 गंगा घाटों, 63 तालाबों और 45 पार्कों में छठ व्रत के आयोजन की व्यवस्था की गई है। प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम, एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा और नगर आयुक्त यशपाल मीणा ने संयुक्त ब्रीफिंग में बताया कि सभी घाटों पर सुरक्षा और स्वच्छता की निगरानी लगातार की जा रही है। नगर निगम क्षेत्र के घाटों पर नागरिक सुविधाओं की उपलब्धता, बैरिकेडिंग और रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इस बार विशेष रूप से स्थायी-अस्थायी तालाबों और पार्कों को भी पूजा स्थल के रूप में तैयार किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को पर्याप्त स्थान और सुविधाएं मिल सकें।

सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के सख्त इंतजाम

श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने इस बार अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 9 टीमें (277 सदस्य), एसडीआरएफ की 9 टीमें (36 सदस्य), 444 गोताखोर, 323 नाव-नाविक और सिविल डिफेंस के 149 वालंटियर्स को घाटों पर तैनात किया गया है। इसके अलावा रिवर पेट्रोलिंग की भी व्यवस्था की गई है ताकि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में तुरंत बचाव कार्य शुरू किया जा सके। प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि बिना अनुमति के नाव परिचालन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत सभी उपाय लागू किए जा रहे हैं।

श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाओं की विस्तृत व्यवस्था

नगर निगम (Nagar Nigam) और जिला प्रशासन ने घाटों पर आने वाले छठव्रतियों और श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छता, पेयजल और विश्राम जैसी सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की है। 102 गंगा घाटों, 45 पार्कों और 63 तालाबों पर कुल 552 अस्थायी शौचालय, 450 अस्थायी यूरिनल, 185 नल, 50 पानी टैंकर, 37 चापाकल, 20 सबमर्सिबल मोटर, 400 चेंजिंग रूम, 13 यात्री शेड, 112 नियंत्रण कक्ष, 13 सहायक नियंत्रण कक्ष और 171 वॉच टावर की व्यवस्था की गई है। घाटों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था, बैरिकेडिंग और अप्रोच रोड के निर्माण कार्य अंतिम चरण में हैं। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो और सभी विभागों के बीच समुचित समन्वय बना रहे।

प्रशासन की अपील: केवल सुरक्षित घाटों का करें उपयोग

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल सुरक्षित घाटों पर ही पूजा करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचें। डीएम त्यागराजन एसएम (Thiagarajan SM) ने बताया कि हर नियंत्रण कक्ष में आपातकालीन संपर्क सुविधा उपलब्ध कराई गई है ताकि किसी भी स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके। श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वे गहरे पानी में न जाएं और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। जिले के सभी अनुमंडलों में पदाधिकारियों को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारियों का कहना है कि छठव्रतियों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रशासन का यह भी कहना है कि यदि किसी को कोई समस्या होती है, तो वे तुरंत नजदीकी नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें।

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