Diwali Theft Shocks Raebareli: रायबरेली (Raebareli) जिले के ओई मजरे चकवड़िया गांव (Chakwadiya Village) में दीपावली के पावन मौके पर एक चौंकाने वाली चोरी ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। घर के सदस्य गहरी नींद में सो रहे थे और चोरों ने बिना कोई हलचल मचाए लाखों रुपये के जेवरात और नकदी पर हाथ साफ कर दिया। घटना सुबह के करीब 4:00 बजे हुई और सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। अब जांच में चोरों के सुराग तलाशे जा रहे हैं। पूरा मामला और भी गंभीर तब हो जाता है जब पता चलता है कि यह चोरी संगठित गिरोह की हो सकती है, जो त्योहारों के समय सक्रिय हो जाते हैं। आइए जानते हैं, कैसे हुई यह चोरी और पुलिस की जांच की दिशा।
चोरी की वारदात और प्रारंभिक विवरण/Diwali Theft Shocks Raebareli
21 अक्टूबर 2025 को हरचंदपुर (Harchandpur) थाना क्षेत्र के ओई मजरे चकवड़िया गांव (Chakwadiya Village) में चोरी की घटना सामने आई। घर का मुख्य दरवाजा बंद था, लेकिन चोरों ने ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया और घर में रखे लाखों रुपये के सोने-चांदी के जेवरात और नकदी पर हाथ साफ किया। परिवार के सदस्य गहरी नींद में सो रहे थे और चोरों ने शांतिपूर्वक अपना काम अंजाम दिया। सुबह जब मकान स्वामी जागे, तो कमरे में सामान बिखरा पड़ा और कीमती वस्तुएं गायब थीं। अलमारियां खुली हुई थीं और चोरी के निशान स्पष्ट थे। घटना के तुरंत बाद पूरे इलाके में डर और दहशत का माहौल बन गया। ग्रामीणों का कहना है कि त्योहार के समय ऐसी वारदातें बढ़ जाती हैं, जिससे सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।

पुलिस की प्रारंभिक कार्रवाई और जांच
सूचना मिलते ही हरचंदपुर थाने (Harchand Police Station) की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया, फिंगरप्रिंट्स लिए और आसपास के लोगों से पूछताछ की। थानाध्यक्ष ने बताया कि गहन जांच चल रही है और सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों की तलाश की जा रही है। पुलिस का अनुमान है कि यह घटना संगठित गिरोह द्वारा की गई है। जांच टीम सीमावर्ती इलाकों और संदिग्धों पर नजर रख रही है। थानाध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधियों पर सतर्क रहें और किसी भी असामान्य घटना की जानकारी तुरंत दें।
पीड़ित परिवार के बयानों की गंभीरता
पीड़िता की बेटियों कृष्णावती और सियावती ने मीडिया से बातचीत में घटना की भयावहता को उजागर किया। कृष्णावती ने कहा, “रात को हम सो रहे थे। सुबह उठे तो घर का सामान बिखरा पड़ा था। जेवरात और पैसे सब गायब थे। हमें विश्वास ही नहीं हो रहा कि चोर घर में घुस आए।” सियावती ने बताया, “दीपावली की खुशी चोरी की वजह से खराब हो गई। अब हम डर के साए में जी रहे हैं। पुलिस जल्द आरोपियों को पकड़े।” इन बयानों से यह स्पष्ट होता है कि चोरी ने सिर्फ आर्थिक नुकसान ही नहीं किया, बल्कि परिवार के मनोवैज्ञानिक सुरक्षा और भरोसे को भी हिला दिया है।
भविष्य की सुरक्षा और प्रशासनिक कदम
पुलिस के अनुसार, यह वारदात संगठित गिरोह की लगती है, जो त्योहारों के मौके पर सक्रिय हो जाते हैं। जांच टीम ने आसपास के इलाकों में गश्त बढ़ा दी है और संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। ग्रामीणों ने पुलिस से इलाके में सुरक्षा बढ़ाने और सतर्कता सुनिश्चित करने की मांग की है। प्रशासन और पुलिस इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इस बीच, पूरे गांव में लोग रात में सतर्क रहने लगे हैं। जांच अब भी जारी है और हर सुराग की पड़ताल की जा रही है।










