Is Your Partner a Narcissist: रिश्ते तब खूबसूरत लगते हैं जब उनमें आपसी समझ, सम्मान और भावनाएं जुड़ी होती हैं। लेकिन क्या कभी ऐसा हुआ है कि आपका पार्टनर (Partner) सिर्फ अपनी बात, अपनी खुशी और अपने फायदे की ही चिंता करता हो? ऐसे लोग धीरे-धीरे रिश्तों में असंतुलन पैदा करते हैं, क्योंकि उन्हें केवल खुद की परवाह होती है। वे हर स्थिति में खुद को सही मानते हैं, आपकी भावनाओं की अनदेखी करते हैं और हर बातचीत का केंद्र बनने की कोशिश करते हैं। अगर आपको भी ऐसा अनुभव हुआ है, तो ज़रूरी है कि आप इन संकेतों को पहचानें — क्योंकि आपका रिश्ता शायद एक ‘नार्सिसिस्ट’ व्यक्ति (Narcissist Person) के साथ हो सकता है।
हमेशा खुद को सही मानना/Is Your Partner a Narcissist
नार्सिसिस्ट व्यक्ति (Narcissist Person) की सबसे बड़ी पहचान यही होती है कि वे कभी अपनी गलती नहीं मानते। किसी भी बहस या स्थिति में वे खुद को सही साबित करने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं। भले ही तथ्य उनके खिलाफ हों, वे बहाने बनाकर खुद को सही ठहराने का तरीका खोज लेते हैं। ऐसे लोग माफी मांगना कमजोरी समझते हैं और हमेशा चाहते हैं कि दूसरा व्यक्ति ही झुके। उनका मानना होता है कि उनकी सोच ही अंतिम है और वही सही है। इस आदत की वजह से रिश्तों में समझ और संतुलन खत्म हो जाता है। समय के साथ ऐसा व्यक्ति अपने पार्टनर को मानसिक रूप से थका देता है, क्योंकि वह हर हाल में खुद को ‘सही’ और ‘सर्वश्रेष्ठ’ साबित करने की कोशिश करता है।

दूसरों की भावनाओं की अनदेखी करना
नार्सिसिस्ट लोगों (Narcissist Person) में दूसरों की भावनाएं समझने की क्षमता लगभग नहीं होती। यदि आप किसी बात से दुखी या परेशान हैं, तो वे या तो आपकी भावनाओं को नजरअंदाज कर देंगे या फिर उसे ‘ड्रामा’ कहकर टाल देंगे। ऐसे लोग कभी यह नहीं सोचते कि सामने वाला क्या महसूस कर रहा है। वे खुद को हमेशा केंद्र में रखकर चलते हैं और केवल अपने मूड और जरूरतों को प्राथमिकता देते हैं। इससे रिश्तों में भावनात्मक दूरी बढ़ जाती है और एक समय बाद साथी को लगता है कि उसकी भावनाओं की कोई कीमत नहीं है। इस व्यवहार से पार्टनर धीरे-धीरे आत्मविश्वास खोने लगता है और रिश्ते में असुरक्षा बढ़ती जाती है।
हमेशा खुद को चर्चा का केंद्र बनाना
नार्सिसिस्ट व्यक्ति (Narcissist Person) हर जगह और हर बातचीत में खुद को केंद्र में रखना चाहता है। उसे यह पसंद नहीं होता कि किसी और की तारीफ या चर्चा हो। अगर ऐसा होता है, तो वह तुरंत चिढ़ जाता है या किसी तरह से बातचीत को फिर अपनी ओर मोड़ देता है। ऐसे लोग अक्सर इस बात की चिंता में रहते हैं कि लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं और वे हमेशा अपनी छवि को ऊंचा बनाए रखने में लगे रहते हैं। इस आदत के चलते वे दूसरों की सफलता या खुशी बर्दाश्त नहीं कर पाते। नतीजतन, वे अपने आसपास के लोगों को असहज महसूस कराते हैं और धीरे-धीरे रिश्ते में नकारात्मकता बढ़ाते हैं।
रिश्तों में कंट्रोल और इमेज का जुनून
नार्सिसिस्ट व्यक्ति अपने पार्टनर पर नियंत्रण रखना चाहता है। वे धीरे-धीरे परिस्थितियों को इस तरह मोड़ते हैं कि सामने वाला उनकी इच्छा के अनुसार चलने लगे। अगर पार्टनर असहमति जताता है, तो वे भावनात्मक ब्लैकमेल, गिल्ट ट्रिप या दबाव का सहारा लेते हैं। साथ ही, उन्हें अपनी छवि को लेकर भी जुनून होता है। वे सोशल मीडिया पर खुद को परफेक्ट दिखाने की कोशिश करते हैं और हर समय तारीफ की उम्मीद रखते हैं। उनका मकसद होता है कि हर कोई उन्हें आदर्श माने। यह नियंत्रण और इमेज की चाह रिश्ते को अस्वस्थ बना देती है। ऐसे रिश्ते में एक व्यक्ति धीरे-धीरे खो जाता है, जबकि दूसरा अपनी ‘परफेक्ट’ छवि को बनाए रखने में लगा रहता है।










