Major Crackdown by Pardesipura Police: इंदौर पुलिस (Indore Police) की सतर्कता ने एक बार फिर साबित किया है कि अपराधी चाहे जितना भी चतुर क्यों न हो, कानून के शिकंजे से नहीं बच सकता। परदेशीपुरा थाना पुलिस (Pardeshi pura Police Station) ने एक ऐसे बदमाश को गिरफ्तार किया है, जिसे न्यायालय के आदेश से इंदौर से छह माह के लिए जिला बदर किया गया था। लेकिन उसने आदेश की अनदेखी करते हुए चोरी-छिपे शहर में प्रवेश किया। अंधेरे में लौटे इस आरोपी की हरकतों पर पुलिस की नजर पड़ते ही गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू हुई। इस ऑपरेशन और पूरी खबर को विस्तार से समझने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई/Major Crackdown by Pardesipura Police
पुलिस आयुक्त संतोष सिंह (Santosh Singh), अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री अमित सिंह (Amit Singh), पुलिस उपायुक्त जोन-2 श्री कुमार प्रतीक (Kumar Pratik) और एडीसीपी अमरेंद्र सिंह (Amarendra Singh) के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है। इन्हीं प्रयासों के तहत 12 अक्टूबर 2025 को परदेशीपुरा पुलिस (Pardeshipura Police) को मुखबिर से सूचना मिली कि एक जिला बदर बदमाश कुलकर्णी का भट्टा इलाके में दिखाई दिया है। जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी आर.डी. कानवा के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जांच में पाया गया कि आरोपी कपिल यादव (Kapil Yadav) (उम्र 23 वर्ष), निवासी डबल मंजिला कंपलेक्स, कुलकर्णी का भट्टा, न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करते हुए इंदौर लौट आया था। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को मौके से ही दबोच लिया।

न्यायालय आदेश का उल्लंघन कर लौटा बदमाश
आरोपी कपिल पिता सुनील यादव (Sunil Yadav) (जाटव) को पहले पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर द्वारा दिनांक 24 मई 2025 को छह माह के लिए इंदौर जिला और इससे सटे जिलों की राजस्व सीमाओं से निष्कासित किया गया था। बावजूद इसके, उसने आदेश की अवहेलना करते हुए इंदौर में प्रवेश किया। यह कार्रवाई न केवल न्यायालय के आदेश का उल्लंघन थी, बल्कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने जैसा था। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मध्य प्रदेश राज्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 14 के तहत अपराध दर्ज किया गया। जांच में यह भी सामने आया कि कपिल यादव के खिलाफ पूर्व में एक दर्जन आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, जिससे उसकी आपराधिक प्रवृत्ति स्पष्ट होती है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस पूरे अभियान में परदेशीपुरा थाना पुलिस की टीम ने बेहद सक्रियता दिखाई। आरोपी को पकड़ने में थाना प्रभारी आर.डी. कानवा के नेतृत्व में प्रआर 567 जीशान अहमद, आरक्षक जितेंद्र सिंह और जयवेन्द्र गुर्जर की महत्वपूर्ण भूमिका रही। टीम ने रात के अंधेरे में जोखिम उठाकर आरोपी को गिरफ्तार किया और माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। न्यायालय द्वारा आरोपी का जेल वारंट जारी कर दिया गया, जिसके बाद उसे जेल दाखिल कर दिया गया। इस सराहनीय कार्रवाई ने न केवल इंदौर पुलिस की तत्परता को दर्शाया, बल्कि यह भी साबित किया कि शहर में अपराध और अपराधियों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। पुलिस की यह सख्त कार्रवाई अपराधियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि कानून से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।