गोरखपुर लोकसभा सांसद रवि किशन शुक्ला ने आज गोरखपुर सिविल एयरपोर्ट पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और संबंधित अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक का उद्देश्य गोरखपुर एयरपोर्ट के व्यापक विकास, आधुनिकीकरण और यात्री सुविधाओं के विस्तार पर ठोस कार्ययोजना तैयार करना रहा। सांसद ने कहा कि गोरखपुर एयरपोर्ट केवल एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि पूर्वांचल की पहचान है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करना उनका संकल्प है।
बैठक में सांसद ने कई अहम प्रस्ताव रखे। इनमें नए एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण, MES के स्ट्रक्चर्स का रिलोकेशन, एप्रन एक्सटेंशन कार्यों की समयबद्ध पूर्णता और गोरखपुर से नई उड़ान सेवाओं की शुरुआत प्रमुख रही। सांसद ने जम्मू, पुणे, जयपुर, चंडीगढ़ और गोवा के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने का सुझाव रखा और इसके लिए एयरलाइंस एवं DGCA से समन्वय बनाने पर बल दिया।

एयरपोर्ट की तकनीकी क्षमताओं को और सुदृढ़ करने के लिए ILS (Instrument Landing System) को Cat-II स्तर तक उन्नत करने पर चर्चा हुई। सांसद ने एयरपोर्ट को 24×7 संचालन योग्य बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसके लिए भारतीय वायुसेना से अनुमति और आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था पर विचार किया गया।
बैठक में यात्री सुविधाओं को विस्तार देने के लिए एयरपोर्ट परिसर में गीता प्रेस की दुकान, बाहर हाईवे पर यात्री शेड और पेयजल व्यवस्था, बड़े LED स्क्रीन बोर्ड पर एयरपोर्ट का नाम प्रदर्शित करने, मुख्य द्वार का सौंदर्याकरण और हवाई अड्डा सलाहकार समिति के सभी सदस्यों को वाहन पास उपलब्ध कराने के प्रस्ताव भी रखे गए। साथ ही, गोरक्षपीठ की परंपरा और आस्था से जोड़ते हुए गुरु गोरक्षनाथ जी की प्रतिमा स्थापना और हवाई अड्डे का नाम बदलकर “महायोगी गुरु गोरखनाथ हवाई अड्डा” करने पर भी सहमति बनी।
सांसद रवि किशन शुक्ला ने कहा—
“गोरखपुर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करना, नई उड़ान सेवाएं शुरू करना और यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देना मेरी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पूर्वांचल के विकास की दिशा में ठोस और दूरगामी कदम उठाए जा रहे हैं। मुझे विश्वास है कि गोरखपुर शीघ्र ही एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा।”
हवाई अड्डा सलाहकार समिति सदस्य मनीष सिंह, आलोक अग्रवाल हवाई अड्डा सलाहकार समिति सदस्य, प्रतिनिधि शांतनु सराफ एडीएम सीटी अंजनी कुमार सिंह, आर के पाराशर निदेशक गोरखपुर हवाई अड्डा, विजय कौशल उपस्थित रहे।