अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से डॉ राजेंद्र प्रसाद स्मृति भवन फुसरो में गुरूवार को चौथे दिन 24 कुंडीय राष्ट्र जागरण अभियान गायत्री महायज्ञ का समापन किया गया। इसमें 24 कुंड में 96 जोडियों ने एक साथ यज्ञ में आहूती दी। यहां शांति कुंज हरिद्वार से आए टोली नायक सह मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी, सहायक प्रतिनिधि धर्मेंद्र शर्मा, दीपक बघेल, शिवम भारद्वाज ने पूजन व यज्ञ का अनुष्ठान कराया। यहाँ श्रद्धालुओं ने गायत्री महामंत्र, महामृत्युंजय मंत्र से यज्ञाग्नि में आहूति देकर क्षेत्र एवं विश्वकल्याण की कामना की, साथ ही संगीत एवं प्रवचन का क्रम चला जिसमें अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार से प्रशिक्षित आचार्यों ने अपनी बात रखी और कहा कि गायत्री परिवार का मूल उद्देश्य मनुष्य में देवत्व का उदय है, लोग अपने आंतरिक व्यक्तिव का विकास करें, नैतिक बने और उदार बने. इसके साथ ही इस कार्यक्रम में आचार्यों के द्वारा विभिन्न संस्कार वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न कराये गए। संगीतमय प्रवचन के दौरान राजेंद्र प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि मां गायत्री की ध्यान साधना करने से दुष्प्रवृति को सदप्रवृति में बदला जा सकता है। गायत्री परिवार का उद्देश्य मनुष्य में देवत्व और धरती में स्वर्ण सा वातावरण निर्माण करना है। इसके लिए सतत प्रयास में यज्ञों के मध्यम से पुरी दुनिया को संदेश पहुंचा रहे हैं। कहा कि यज्ञ पुरी तरह से वातावरण का शोधक होता है। यज्ञ में डाले जाने वाली आहूती मंत्र के प्रभाव से वातावरणशुद्ध करती है। गायत्री मंत्र से जनमानस का शुद्धीकरण होता है। इससे बुद्धी शुद्ध व पवित्र होती है. इसके पूर्व बुधवार की देर रात गिरीडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी शामिल हुए। यज्ञ समापन का धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष प्रदीप भारती ने किया।
मौके पर जिला गायत्री परिवार के युवा जिला समन्वयक धनेश्वर महतो, प्रखंड समन्वयक रघुनंदन बरनवाल, बेरमो उप समन्वयक महेंद्र चौधरी, कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष विनय बरनवाल, सचिव मदन बरनवाल, कोषाध्यक्ष प्रदीप भारती, संरक्षक दयानंद बरनवाल, संजय गुप्ता, शंकर भदानी, पंकज पांडेय, कैलाश बरनवाल, महिला समिति के अर्चना बरनवाल, मंजू बरनवाल, पूजा बरनवाल, पुष्पा बरनवाल, श्वेता देवी, सवीता बरनवाल, निशा, आशा, रेखा, रुबी, सरोज, संजू रीना, शांति देवी, उमा देवी, दुर्गा देवी आदि सैंकड़ो लोग शामिल हुए।