सूबे के प्रथम उर्जा मंत्री लालचंद महतो का निधन हो गया। पूर्व से अस्वस्थ चल रहे श्री महतो रांची के लालपुर स्थित अमरावती अपार्टमेंट स्थित अपने फ्लैट के बाथरूम में गिर गये थे। बेहोशी की हालत में उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।बता दें कि लालचंद महतो डुमरी विधानसभा से तीन बार विधायक बने थे। झारखंड अलग राज्य बनने के बाद पहले उर्जा मंत्री बनाये गये थे। उनके घोर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी जगरनाथ महतो का निधन पिछले वर्ष 6 अप्रैल को हुआ। तब लालचंद उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे। लालचंद महतो ने अपनी राजनीति की शुरुआत निर्दलीय से शुरू कर जन संघ भाजपा, जनता दल, राजद, समता पार्टी ,बसपा होते अपना खूद का बहुजन सदान मोर्चा नामक राजनीतिक पार्टी भी बनायी थी। निशान की खबर सुनकर बेरमो सहित झारखंड में शोक की लहर दौड़ गयी है। इस दुखद खबर की सूचना मिलने ही 16 वीं लोकसभा सांसद रविंद्र कुमार पांडेय, बेरमो विधायक कुमार जय मंगल सिंह, ढोरी जीएम एमके अग्रवाल, बीएडके जीएम के रामकृष्णा, कथारा जीएम दिनेश कुमार गुप्ता, एस ओपी प्रतुल कुमार,पीओ अरविंद कुमार शर्मा, प्रसाद ,एस के झा,व रंजीत प्रसाद, बेरमो प्रमुख गिरजा देवी ,भाजपा नेता प्रकाश कुमार सिंह,डॉक्टर उषा सिंह, लक्ष्मण नायक, राजेश सिंह, अर्चना सिंह नीतू सिंह, देवीदास, ट्रांसपोर्टर अरुण अग्रवाल, गिरीश कोठारी, रिशु पांडे, धर्मेंद्र प्रताप सिंह,मीनू अग्रवाल, मुन्ना सिंह, तरुण सिंह, राजू सिंह व शक्ति सिंह, श्रमिक नेता गिरजा शंकर पांडेय, महेंद्र कुमार विश्वकर्मा व आर उनेश, इनमोसा नेता विजय कुमार सिंह, व्यवसाई अभय सिंह, मनोज सिंह व पिंटू सिंह, पूर्व मुखिया ललन सिंह, पत्रकार सत्यदेव सिंह व नंदलाल सिंह, श्रमिक नेता टीनू सिंह, राहुल कुमार, विकास सिंह, धीरज पांडेय ,आर उनेश, बैजनाथ महतो, भीम महतो, जितेन्द्र दुबे, कैलाश ठाकुर व आलोक अकेला, पूर्व पार्षद रश्मि सिंह व मोहम्मद रियाज अंसारी, समाजसेवी बबलू भगत, भाजपा नेता टुनटुन तिवारी व दिनेश कुमार सिंह, राजद नेता ललन कुमार सिंह ‘अकेला’, आजसू उलगुलान नेता नरेश महतो, पूर्व मुखिया नकुल महतो, झामुमो नेता हीरालाल मांझी ,जय नारायण महतो, भोलू खान, मदन महतो, दीपक महतो ,आभाष चंद्र गांगुली ,समाजसेवी आशुतोष कुमार सिंह व शशि सिंह ,कांग्रेसी नेता लक्की सरदार, इन्द्रजीत मुखर्जी ,जय प्रकाश सिंहा,वैभव चौरसिया आदि ने कहा कि लालचंद महतो जी का चले जाना पूरे झारखंड के लिए अत्यंत दुखदायी है। राजनैतिक भिन्नताओं के बावजूद व्यक्तिगत रूप से उनकी जीवटता का मैं सदैव प्रशंसक रहा हूं. ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।