रायबरेली में फर्जी गिरफ्तारी किए जाने के मामले में जनपद के पुलिस अधीक्षक को हाई कोर्ट ने फटकार लगाते हुए एसआईटी टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। आपको बता दे कि आज दिनांक 2 मई 2024 दिन गुरुवार को डीजीपी कार्यालय से जांच टीम गठित की गई है। दर्शल जनपद के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ जिले की रहने वाली महिला ने लखनऊ हाई कोर्ट में आज का दायर कर एसपी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे। यही नहीं जिन निरीक्षको ने फर्द लिखी है। उनकी भी जांच कराई जाएगी बुधवार को लखनऊ हाई कोर्ट के आदेश पर रायबरेली के पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल पर युवक की फर्जी गिरफ्तारी करने के मामले की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित कर दी गई है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार के आदेश पर एडीजी जोन लखनऊ ने वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया है। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने युवक की मां गोमती मिश्रा की याचिका पर सुनवाई के दौरान sit टीम बनाकर एसपी पर लगे आरोपों की जांच करके दो माह में रिपोर्ट मांगी गई है। पीड़िता गोमती मिश्रा ने याचिका दाखिल कर आरोप लगाया है। कि MBA शिक्षित उसके बेटे अलख मिश्रा को चोरी के फर्जी केस में इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि उसने एसपी को टैक्सी देने से मना कर दिया था। अदालत ने डीजीपी को SIT बनाकर जांच करने का आदेश दिया है।