रायबरेली विकासखंड क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय जमुरावां का है। जहां विद्यालय की हकीकत की पड़ताल करने गए पत्रकार के साथ शिक्षक ने बदसलूकी की। वीडियो बना रहे पत्रकार का कैमरा भी छीन लिया। पीड़ित पत्रकार ने जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। यहां तक कि शिक्षक ने खबर कवरेज करने आए पत्रकार से अभद्रता की तथा साथ ही जान से मारने की धमकी तक दे डाली। जबकि हाईकोर्ट ने एक सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया कि अगर कोई भी पत्रकार को जान से मारने की धमकी देता है तो उसको सीधे जेल भेजा जाएगा। उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि पत्रकारों को धमकाने वालों को बक्सा नहीं जाएगा। परन्तु यह आदेश शायद रायबरेली जनपद के महराजगंज विकासखंड के कंपोजिट विद्यालय जमुरावां के शिक्षक प्रदीप चौरसिया पर लागू नहीं होता। बता दें कि कंपोजिट विद्यालय जमुरावां आये दिन विवादों में रहता है। जहां के शिक्षक प्रदीप चौरसिया क्षेत्र में शिक्षा विभाग के नेता व तानाशाह शिक्षक के रूप में जाने जाते हैं। प्रदीप चौरसिया विद्यालय में पढ़ाई लिखाई में नहीं बल्कि राजनीति में ज्यादा समय देते है। साथ ही साथ जमुरावां गांव में ग्राम सभा की राजनीति में इनका काफी हस्तक्षेप रहता है। इनका काम ही है कि सुबह स्कूल आना और पूरा दिन टाइम पास कर वापस चले जाना। इनको बच्चों की कोई फिक्र नहीं, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना इनके लिये आम बात हैं। जनपद सुल्तानपुर निवासी शिक्षक प्रदीप चौरसिया पूर्व में कंपोजिट विद्यालय जमुरावां के इंचार्ज प्रधानाध्यापक भी रह चुके हैं। शिक्षक प्रदीप चौरसिया उस समय लाल-पीले हो गए जब अचानक पत्रकार राजेश गोस्वामी विद्यालय की हकीकत जानने के लिए अपने एक सहयोगी के साथ विद्यालय पड़ताल करने पहुंचे तो वहां पर विद्यालय के शिक्षक प्रदीप चौरसिया व इन्द्रेश सिंह जर्जर अतिरिक्त कक्ष में मेज पर पैर रखकर आराम फरमा रहे थे। जब पत्रकार राजेश गोस्वामी इस घटना को रिकॉर्ड करने लगे तो विद्यालय के शिक्षक प्रदीप चौरसिया पत्रकार राजेश गोस्वामी से अभद्रता की और मारपीट पर उतारू हो गए। इतना ही नहीं शिक्षक प्रदीप चौरसिया ने पत्रकार का कैमरा भी छीन लिया और कहा कि तुम्हारे जैसे पत्रकार मैंने बहुत देखे हैं, जो करना हो कर लेना। पीड़ित पत्रकार ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को पत्र लिखकर शिकायत कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।