पुलिस कस्टडी में पूर्व सीएम रामगढ़ में अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे हैं। वो अपने चाचा राजाराम सोरेन के श्राद्ध कर्म में शामिल हो रहे हैं। बढ़ी हुई सफेद दाढ़ी, सफेद कुर्ता, गले में गमछा लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करीब 3 महीने बाद जेल से बाहर निकले हैं और पिता शिबू सोरेन जैसे नजर आए। सोरेन ने अपने चाचा के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अदालत से 13 दिन की अंतरिम जमानत मांगी थी। हालांकि, सुनवाई करते हुए अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था। उन्हें कुछ घंटों के लिए पुलिस कस्टडी में श्राद्ध कर्म में शामिल होने की परमिशन मिली है।

इस दौरान उन्हें मीडिया से बात करने की भी मनाही है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका हाईकोर्ट से खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है। साथ ही 13 मई से झारखंड में लोकसभा चुनाव के लिए होने वाली वोटिंग को ध्यान में रखते हुए मामले को जल्द सुनवाई की अपील की है।