प्रभावित गांव झिरकी को सभी सहुलियत के साथ जल्द से जल्द विस्थापित करने की उठने लगी है मांग
कोयला मंत्रालय, सीसीएल सीएमडी, डीसी, एसडीओ और कथारा जीएम को सौपे जायेगे मांग पत्र
गैर राजनीतिक संस्था ने उक्त मामले को लेकर किया मंथन बैठक
सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के कथारा कोलियरी का एक बड़ा हिस्सा भयंकर आग की चपेट में दशकों से आ चुका है जिससे लगातार जहरीले गैस और कोयला जलने की धुएं से खदान से सटी एक बड़ी आबादी झिरकी गांव वासी दिन रात परेशानी से जुझ रहे हैं। इतना ही नहीं अब तो इस गांव में इसके कुप्रभाव भी दिखने लगे हैं। दर्जनों लोग खास कर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग इस खदान से उठने वाले धुएं के कारण सांस के मरीज बनते जा रहे हैं। मामला काफी पुराना है इस मामले को लेकर अनेको बार आंदोलन, पत्राचार, नेताओं और मंत्रियों का दौरा आदि हो चुका है मगर मामला जस का तस बना हुआ है। दुसरे शब्दों में कहे तो यह समस्या और भी विकराल रूप लेता जा रहा है और झिरकी गांव की पुरी आबादी ही इसके जद में आकर त्राहिमाम कर रही है। मगर बीते देर शाम एक गैर राजनीतिक संस्था आबाद सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ने गांव को इस समस्या से स्थाई निजात दिलाने का बिड़ा उठाते हुए एक अहम बैठक संस्था के वरीय पदाधिकारी वाहिद जुनैद की अध्यक्षता में हाजी मसीबुल रहमान के आवासीय कार्यालय झिरकी कथारा मे सम्मान हुई। जिसमें घंटो हुई चर्चा के बाद तय हुआ कि खदान से प्रभावित गांव झिरकी जो आज इस समस्या से सिसक सिसक कर जी रहा है सीसीएल प्रबंधन मुक दर्शक बना घुट घुट जीते गांव वासियों की कोई सुध नही ले रही। इसको लेकर संस्था मजबूती के साथ लड़ेगी और झिरकी वासियों को इससे निजात दिला कर ही दम लेगी। बैठक में यह भी तय हुआ कि इस ज्वलंत समस्या को लेकर संस्था कोयला मंत्रालय भारत सरकार, सीसीएल सीएमडी, उपायुक्त बोकारो, अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो तथा सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के जीएम को जल्द से जल्द पत्र लिखेगी और उनसे मांग किया जायेगा कि जितनी जल्दी हो सके झिरकी गांव वासियों को तमाम सहुलियत मुहैय्या करवा दुसरे स्थान पर विस्थापित करे ताकि की लोगो को दहशत भरे जीवन से निजात मिल सके। इस बैठक में उपरोक्त लोगो के अलावे हाजी मो सत्तार, हाजी अब्दुल कलाम, मो इस्लाम, मो अजहर आलम, मो कयूम, मो मुनीर अंसारी, मो अनवर अंसारी, मुस्ताक अहमद, परवेज आलम, मो रियाज, मो माजीद, अबूबकर, हसनैन रजा, एनायत अंसारी, गुलाम अंसारी, मो अली वारसी, मोहसिन वारसी, अनीस अहमद, अफताब हूसैन, सोहेल अंसारी, रेहाना तंज्जूम, सानिया प्रवीन, मजहबी प्रवीन, तराना अफरीदी आदि दर्जनों बुद्धिजीवि लोग उपस्थित थे जबकि उपरोक्त पुरे मामले की जानकारी संस्था के प्रेस प्रवक्ता रेहाना तरनुम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मिडिया को दी।