गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में छठे चरण का मतदान को लेकर प्रचार धीरे धीरे काफी जोर पकड़ने लगा है। डॉ उषा सिंह सुशासन दल समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में हैं। उनका चुनाव चिन्ह बाल्टी छाप है, जो ईवीएम के क्रम संख्या 10 पर है। डॉ उषा बेरोजगारी, पलायन, विस्थापन, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली समेत कई मुद्दों को लेकर जनता से समर्थन मांग रही हैं और लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क कर लोगों से मिल रही है। डॉ उषा सिंह के कार्यकर्ता टोली बनाकर घर घर में दस्तक दे रहे है और बाल्टी छाप के लिए के वोट मांग रहे है। सोमवार को भी डॉ उषा सिंह ने जरीडीह बाजार समेत अन्य क्षेत्रों का दौरा कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील जनता से की। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि गिरिडीह लोकसभा में परिवर्तन लाकर ही हम आने वाले पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य दे पाएंगे। इस बार एकजुटता के साथ अपना कदम आगे बढ़ाना है।
डॉ उषा सिंह ने कहा कि गिरिडीह संसदीय क्षेत्र का पिछले कई सालों से अपेक्षित विकास नहीं हो सका, इसकी मुख्य वजह जन प्रतिनिधियों का उदासीन रवैया है। क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के प्रति सांसदों ने काफी ढिलाई बरती है। जन संपर्क के दौरान डॉ उषा युवाओं से भी संवाद कर रही है और उनकी पीड़ा को भी समझ रही है। उन्होंने सभी युवाओं से कहा कि सभी युवा इस बार सोच समझ कर मतदान करें एवं ज्यादा से ज़्यादा वोट करें। युवा ही लोकतंत्र को बचा सकते हैं। अपनी वोट की ताकत से समाज मे बदलाव ला सकते हैं। इस अवसर पर काफी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे।