रिपोर्ट : शिवा मौर्या
लालगंज के हसनापुर गांव में हल्का दरोगा निखिलेश कुमार के संरक्षण में हरे प्रतिबंध पेड़ों की कटान जोरो सोरों से चल रही है। पुलिस विभाग और वन विभाग की मिली भगत से हरे प्रतिबंधित पेड़ों पर वन माफियाओं का चल रहा अरा ताजूब की बात यह है की यह सभी काम हल्का दरोगा की जानकारी में हो रहा है। जिस जंगल में प्रभु श्री राम ने 14 वर्ष बिताए थे। उसी जंगल को आज वन माफिया अपना निशाना बना रहे हैं। दिन के उजाले में धड़ल्ले से वन माफियाओं का अरा हरे प्रतिबंधित पेड़ों पर चल रहा है। जिस तरह से हरे प्रतिबंधित पेड़ों पर दिनदहाड़े वन माफियाओं का अरा चल रहा है, तो कहीं ना कहीं पुलिस विभाग और वन विभाग के ऊपर सवाल या निशान जरूर खड़े होते हैं। जिस तरह से लालगंज कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत हसनापुर गांव में अलग-अलग जगह पर हरे प्रतिबंध निईम और केथा के पेड़ काटे जा रहे हैं, तो पुलिस और वन विभाग पर सवाल जरूर खड़ा होता है। सूत्रों की माने तो प्रत्येक टाली लकड़ी की कटान पर 8 से दस हजार रुपए थाने में रिश्वत भी देना पड़ता है। इस वक्त दरोगा निखिलेश कुमार अखबारों में सुर्खियां बटोर रहे हैं और इन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही। अब देखना यह होगा की पेपर में खबर प्रकाशित होने के बाद वन माफियाओं के ऊपर कोई कार्यवाही की जाती है कि नहीं प्रभारी निरीक्षक शिव शंकर सिंह ने बताया है कि इसकी कोई जानकारी मेरे पास नहीं है। मामला सामने आने पर कार्यवाही की जाएगी।