मातृभूमि सेवा मिशन इकाई रायबरेली के तत्वाधान में राना बेनी माधव पार्क शहीद स्मारक में प्रातः तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग शिविर का शुभारंभ
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घायु बनाता है। गोपाल शरण जी बताते हैं कि ‘योग’ शब्द का अर्थ है ‘जुड़ना’। हठ योग के विज्ञान को बहुत ही सरल शब्दों में समझाते हैं और आगे कहते हैं की अगर आप यहां बैठकर पूरे ब्रह्माण्ड को अपने ही एक हिस्से के रूप में अनुभव कर पाएं, तो आप योग में हैं।
सम्राट महाराणा प्रताप सिंह के अदम्य साहस पराक्रम वीरता और मुगल शासको के क्रूरता भरे इतिहास को दोहराया गया। समाज में रह रहे देशद्रोही जयचंद जैसे लोगों से सावधान होने की जरूरत है जिससे राष्ट्र को कोई क्षति न पहुंचे।
सभी युवको को वर्तमान के परिवेश को देखते हुए सभी प्रकार दुर्व्यसन, टीवी,मोबाइल के नशे से दूर रहने की सलाह दी। उसका उपयोग जागरूकतापूर्वक, होशपूर्वक करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा समय स्वाध्याय, भजन, सत्संग, सेवा और अपने व्यक्तित्व के निर्माण में लगाना चाहिए।
जल का स्वाभाविक गुण नीचे की ओर बहना लेकिन यंत्र के द्वारा हम जल को ऊपर चढ़ाते है उसी प्रकार मंत्र के जरिए अपने मन को अपनी उच्च चेतना में स्थापित करते हैं।
आदि विचार मुख्य अतिथि ने व्यक्त किए।
विशिष्ट अतिथि डॉ रोहित हसानी ने संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग शिविर में उपस्थित सभी लोगों को आहार विहार दैनिक दिनचर्या में योग को शामिल करने के लिए कहा। उन्होने कहा कि डॉक्टर का कार्य सिर्फ पैसा ही कमाना नहीं होता बल्कि सेवा भी करनी होती हैं।

प्रधानाचार्य महोदया संगीता मिश्रा ने वहां उपस्थित सभी अध्यात्मिक साधकों का उत्साह बढ़ाया एवं संस्था के सभी कार्यकर्ता बंधुओ के नि:स्वार्थ सेवा एवं कार्यों की प्रशंसा की। अतंर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग शिविर में आए।
समाजसेवी महेंद्र अग्रवाल ने जीवन में सेवा कार्यों के महत्त्व को बताया कि प्रतिदिन नि:स्वार्थ सेवा करने से हमें मानसिक शान्ति, आंतरिक आनंद , प्रसन्नता की अनुभूति होती हैं और वहां उपस्थित सभी लोगों को सेवा कार्य से जुड़कर समाज को एक सही दिशा देने की जरूरत है।
संस्था के संयोजक प्रदीप पांडेय एवं मातृशक्तियों के द्वारा शिविर में आए हुए अतिथियों को, पुष्पगुच्छा और माला पहनाकर स्वागत किया एवं अंगवस्त्र एवं स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया।
योगाचार्य बृजमोहन ने कार्यक्रम का संचालन कुशलतापूर्वक किया और योग शिविर में आए हुए सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के द्वारा राना बेनी माधव परिसर में तुलसी का पवित्र पौधा रोपित किया गया।
उपस्थित साधक: नीलू सिंह, रनिता सिंह, अंकित अग्रहरि, राज अग्रहरि, अनुराग, सिद्धार्थ दुबे, आशीष मिश्रा, आरती, सरला, आर के सिंह, दिलीप पाल, अरुणेंद्र सिंह, महेश सिकरिया, कृष्ण कांत गुप्ता, रामराज गिरि, आर के द्विवेदी आदि लोग मौजूद रहे।