एक ओर सरकार नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने को लेकर पैसा बहा रहा है पानी की तरह
सवाल, जिम्मेवार कौन, शराब दुकान संचालक या विभाग
इन दिनों पुरे प्रदेश में सरकार द्वारा नशा मुक्ति को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिला प्रशासन से लेकर पंचायतो के मुखिया व पंचायत प्रतिनिधियों को भी इस अभियान में शामिल किया जा रहा है। हर दिन जिला के उपायुक्त द्वारा नशा मुक्ति को लेकर कोई ना कोई बैठक आयोजित कर संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिए जा रहे हैं मगर जारंगडीह मे शराब दुकान की दृश्य देख आप भी चौके बीना नही रह पायेगे। तस्वीर सब कुछ खुद साफ साफ बया कर रहा है कि किस तरह जारंगडीह सरकारी शराब दुकान में नियमो की धज्जियाँ उड़ते हुए तथा सरकार के नशा मुक्ति अभियान को ठेंगा दिखाते हुए खुले आम नाबालिगो को शराब परोसा जा रहा है। दुसरी तरफ यह शराब दुकान संचालक शराब खरीदने वालो से किमत से अधिक पैसे वसुल रहा है। इसका कहना है कि जहां बोलना है बोल दो कुछ नही होगा। अब सवाल उठता कि यह किसकी जवाबदेही है। कौन लेगा इस बात की सुध लेगा। क्या सिर्फ अभियान चला, बैठकें कर या प्रचार प्रसार कर ही नशा मुक्ति अभियान सफल हो सकता है या फिर ऐसी पहल होनी चाहिए कि यह दृश्य फिर दुबारा देखने को ना मिले।