घनी आबादी वाले कॉलोनी से रिजेक्ट कॉल का किया जा रहा है ट्रांसपोर्टिंग, ट्रांसपोर्टिंग का क्या रूट है प्रबंधन बताने मे असमर्थ
कभी भी घट सकती है बड़ी घटना, इसी रास्ते एक सरकारी एक प्राइवेट विद्यालय है संचालित
वर्षों से जर्जर सड़क निर्माण को लेकर कॉलोनी वासियों ने स्थानीय विधायक से की थी मांग बेरमो विधायक के बल पर व संसद की अनुसंशा पर एक करोड़ 36 लाख की लागत से इस सड़क का जिर्णोद्धार किया गया था। लेकिन आज ऐसी हालात उत्पन्न हो गई है, आदमी को चलना मुश्किल हो गया है। सड़क तो तालाब में तब्दील हो चुकी है। लेकिन इस पर प्रशासन ऑफिशियल प्रबंधन की और से कोई पहल नहीं की जा रही है। आखिर ट्रांसपोर्टिंग का रास्ता घनी आबादी वाले क्षेत्र से कैसे किया जा रहा है। क्या जर्जर सड़क उक्त ट्रांसपोर्टों के द्वारा बनाया जाएगा। कुछ लोगों के द्वारा की जा रही ट्रांसपोर्टिंग से मोटी रकम वसूली कर रहे हैं। जिसके चलते सड़क तालाब में तब्दील हो चुकी है। एक पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है, भारी वाहन चलने के कारण यह सड़क की स्थिति बद से बदत्तर बनी हुई है।