सुरक्षित खदान, उत्पादन और मजदूर -अधिकारी ही सुरक्षा के मापदंड हैं : पीओ
वित्तीय वर्ष 2024-25 में ढ़ोरी एरिया को सीसीएल मुख्यालय की ओर से 50.80 लाख टन कोयला उत्पादन लक्ष्य मिला हुआ है। एरिया का कोयला उत्पादन 23 जुलाई तक 11 लाख टन हुआ है। जिसमे एसडीओसीएम 5.5 लाख टन , एएडीओसीएम 5.12 लाख टन और ढ़ोरी खास भूमिगत खदान से 29 हजार टन कोयले का उत्पादन हुआ है। एसडीओसीएम पीओ शैलेश कुमार ने कहा कि सभी के सहयोग से ही खदान से कोयला निकासी किया जा रहा है। हमारे कामगार प्रकृति के विपरीत काम करके राष्ट्रहित में कोयला निकासी कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें सुविधा के साथ सुरक्षा उपलब्ध कराना प्रबंधन की जवाबदेही है। कोयला खदानों में कामगारों की सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता। कहा कि सुरक्षित खदान, सुरक्षित उत्पादन और सुरक्षित मजदूर -अधिकारी ही सुरक्षा के मापदंड हैं। यंनियन के प्रतिनिधियों ने खदान की सुरक्षा को लेकर अहम सुझाव भी दिए। कहा कि प्रबंधन सिर्फ कोयला उत्पादन पर ध्यान केंद्रित नहीं करें। सुरक्षा मानकों का भी पूर्ण रूप से पालन होना चाहिए। खदानों के आउटसोर्सिंग और डिपार्टमेंटल पैच में पर्याप्त मात्रा में लाइटिंग की व्यवस्था, खदानों के हाल रोड नियमानुसार और आउटसोर्सिंग पैच में काम करने वाले कामगारों का आई कार्ड सहित कई मांगों को विस्तार पूर्वक रखा। मौके पर कार्मिक प्रबंधक मोहम्मद तौकीर आलम सहित यूनियन प्रतिनिघि जमसं के क्षेत्रीय सचिव विकास सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष घीरज पांडेय, शाखा सचिव संत कुमार भर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।