उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की महत्वपूर्ण योजना गंगा एक्सप्रेस से चल रही है। जिसको आगामी महाकुंभ को लेकर जल्द से जल्द मूर्ति रूप देने के लिए जिम्मेदार व्यस्त दिखाई दे रहे हैं। इसी को लेकर गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाबत सरकारी मालियत के अनुसार पैसा न लेने और मकान ना खाली करना दो लोगों को महंगा पड़ गया है। वास्तव में लालगंज अंतर्गत बाल्हेमऊ स्थित दोनों मकान गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण की जद में आ रहे हैं। प्रशासन की कई नोटिस के बावजूद बाल्हेमऊ निवासी राजवती पत्नी राकेश साहू और माधुरी पत्नी ब्रम्हानंद रैदास ने मकान खाली नहीं किया था, जिसके चलते एसडीएम मनोज सिंह और सीओ अनिल कुमार सिंह, कोतवाल संजय कुमार, क्राइम इंस्पेक्टर विनय तिवारी ने भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर जेसीबी से दोनों मकानों को ढहा कर गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण का रास्ता साफ कराया। एसडीएम मनोज सिंह ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे सरकार की प्राथमिकताओं में है।कुंभ मेला के पहले एक्सप्रेस वे बनकर तैयार होना है, जिसके चलते निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करने के आदेश है। इसी निर्देश के चलते बाल्हेमऊ के दो मकानों को ढहाया गया है। उनके मकान का मुआवजा सरकारी कोष में जमा करा दिया गया है। वह जब भी चाहे प्राप्त कर सकते हैं। वहीं मकान मालिकों का कहना है कि लागत के अनुसार पैसा नहीं दिया जा रहा है।