रायबरेली में अखिल भारतीय किसान महासभा के पदाधिकारियों ने नेता विजय विद्रोही की अध्यक्षता में 9 अगस्त के ऐतिहासिक दिन पर प्रतिवाद दिवस मनाते हुए विकास भवन से डीएम कार्यालय तक जुलूस निकालकर किया धरना प्रदर्शन किया है और जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सोपा गया है। आपको बता दे कि आज दिनांक 9 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार को समय करीब 2:00 बजे रायबरेली जनपद के विकास भवन परिसर से जिला अधिकारी कार्यालय तक अखिल भारतीय किसान महासभा के पदाधिकारी द्वारा जुलूस निकाला गया। इस दौरान नेता विजय विद्रोही ने कहा कि भाजपा नीति केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों बुनियादी अधिकारों को खत्म करने की कोशिश जारी है। संविधान की मूल भावना के अनुरूप एक समृद्ध और खुशहाल देश के निर्माण के लिए किसानों मजदूरों और महिलाओं अल्पसंख्यक समुदायों के साथ भेदभाव और गैर बराबरी के व्यवहार को बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने प्रचलित 44 श्रम कानून को समाप्त कर गुलामी के श्रम कोड ले आई है। प्रदेश सरकार ने मालिकों के स्थिती साधने के लिए 1 अगस्त 2024 को भारत सरकार द्वारा बने कारखाना अधिनियम 1948 में संशोधन करने के लिए उत्तर प्रदेश संशोधन विधेयक 2024 को विधानसभा से 2 अगस्त 2024 को विधानसभा परिषद से पारित कराया है। इस संशोधन के जरिए सरकार ने उत्तर प्रदेश में काम के 8 घंटे को बढ़ाकर 12 घंटे कर दिया गया है और महिला कामगार कर्मियों को रात्रि पाली में काम करने की अनुमति प्रदान की है। इससे भाजपा की मोदी योगी सरकार का कॉरपोरेट परस्त चेहरा बेनकाब हो चुका है। प्रदर्शन करने वाले पदाधिकारी ने कहा कि कारखाना अधिनियम का संशोधन वापस लेने नजूल भूमि लोक कल्याण बिल वापस लेने किसानों को एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने किसानों को माइक्रो ऋण फाइनेंस मोहैया कराने तथा अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियो ने कहा कि श्रम संहिताओं को रद्द करके 44 श्रम कानून को बहाल करने की मांग की गई है।