रिपोर्ट : अविनाश कुमार
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों द्वारा प्राचार्य लक्ष्मी नारायण की अध्यक्षता मे शिक्षक सम्मान समारोह मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए गुरु की महिमा और योगदानों पर चर्चा करते हुए किया गया।
प्राचार्य लक्ष्मी नारायण ने कहा देश मे गुरू को भगवान व माता पिता से भी ऊपर का स्थान दिया गया है। मानव के जीवन निर्माण के सभी स्तंभों मे शिक्षक सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ है।
प्रो इंचार्ज प्रो गोपाल प्रजापति ने कहा शिक्षक अपने शिष्य के जीवन के साथ साथ उसके चरित्र निर्माण मे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बेहतर जीवन की परिकल्पना शिक्षा आधारित है। डा अरुण कुमार रॉय महतो ने कहा मनुष्य को योग्य बनाने का कार्य शिक्षक के द्वारा ही संभव है। कार्यक्रम पदाधिकारी डा प्रभाकर कुमार ने कहा शिष्टता प्राप्त करने के लिए ही हम गुरू के सानिध्य मे आते है ताकि हम बेहतर जीवन प्राप्त करने के साथ साथ बेहतर इंसान भी बन सकें। डा साजन भारती, डा मधुरा केरकेट्टा ने भी अपने अपने विचार रखे।
रविंद्र कुमार दास ने कहा पारस लोहे को सोना बनाते हैं परंतु शिक्षक शिष्य को अपने समान महान बना लेते हैं।
शिक्षक सम्मान समारोह के अवसर पर स्वयं सेवकों ने अपने मार्गदर्शन दिए जानें वाले शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता का भाव प्रकट किया। बेहतर शिक्षा व व्यक्तित्व निर्माण के लिए धन्यवाद प्रकट किए। केक काटकर खुशियां मनाईं।
देश मे शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस 05 सितंबर के अवसर पर किया गया था। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक दिवस 05 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान मे मनाया जाता है। शिक्षा के प्रसार से ही किसी समाज या देश का निर्माण हो सकता है। शिक्षक सम्मान समारोह के अवसर पर विद्यार्थियो द्वारा शिक्षक को याद करना, उन्हे सम्मान देना, शिक्षक दिवस मनाना कृतज्ञता की उत्कृष्ट अभिव्यक्ति स्वरूप है। शिक्षक विद्यार्थियो के जीवन मे मार्गदर्शन का कार्य करते हैं, जीवन मे आनेवाले संघर्षों का तटस्थता के साथ सामना करने के लिए शिक्षक ही तेयार करते हैं ताकि विद्यार्थी जीवन में किसी के सामने न झुकें।
कार्यकम मे प्राचार्य लक्ष्मी नारायण, प्रो इंचार्ज प्रो गोपाल प्रजापति, डा अरुण कुमार रॉय महतो, डा साजन भारती, डा मधुरा केरकेट्टा, प्रो पी पी कुशवाहा, प्रो संजय कुमार दास, प्रो अरुण रंजन, रविंद्र कुमार दास, सदन राम, रवि यादविंदु, दीपक कुमार राय, शिव चन्द्र झा, बालेश्वर यादव समेत एन एस एस के पुरुष महिला स्वयं सेवकों की शत प्रतिशत उपस्थिति रही।