डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत स्थित बड़ा मठ में 15 सितंबर की रात करीब 8 बजे एक 35 वर्षीय युवक साधु के वेश में मठ पहुंचा और कहा की महाराष्ट्र के साधु संतों ने हमें मठ में शिक्षा दीक्षा ग्रहण करने के लिए भेजा है। मठ की परंपरा के अनुसार उसे रात का भोजन कराया गया। भोजन करने के बाद भगवाधारी मुस्लिम युवक मठ के परिसर में इधर-उधर घूमता रहा। भगवाधारी युवक के दाहिने हाथ में रुद्राक्ष की माला और बाएं हाथ में एक टैटू बना हुआ था। मठ के स्वामी को संदेह होने पर जब उसका आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस मांगा गया, तो ड्राइविंग लाइसेंस में उसका नाम साहिल राजदान और पता जम्मू कश्मीर लिखा हुआ था। इसके बाद मठ के स्वामी का संदेह और गहरा गया। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती, तब तक भगवाधारी मुस्लिम युवक मौके से फरार हो गया। घटना की जानकारी होने के बाद पूरे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। वहीं पुलिस ने फरार मुस्लिम भगवाधारी युवक की तलाश शुरू कर दी । वही इस संबंध में बड़ा मठ के स्वामी दिव्यानंद गिरि ने बताया कि युवक 15 तारीख की रात शाम 8 बजे आया हुआ था साधु के भेष में आने पर हम लोगों ने उसे जलपान की व्यवस्था की उसके बाद युवक शिक्षा ग्रहण करने की बात कह रहा था, तो हमने उसका आधार कार्ड मंगा। आधार कार्ड न होने की वजह से उसने ड्राइविंग लाइसेंस दिखाया और नाम सलीम होने पर कुछ संदेह प्रकट हुआ। जिस पर पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन तब तक युवक मौके से फरार हो गया। क्षेत्राधिकार डलमऊ अरुण कुमार नवहार से पूंछे जाने पर बताया कि युवक कश्मीरी पंडित था। उसका नाम साहिल राजधान था, पिता का नाम बंसीलाल राजदान था। युवक शिक्षा ग्रहण करने के लिए आया था। फिलहाल जांच पड़ताल की जा रही है, जांच पड़ताल कर उचित कार्यवाही की जाएगी।