अटौरा चौकी इंचार्ज व गुरबक्शगंज थाने की पुलिस ने दिखाई कार्य दक्षता चार चोर गिरफ्तार
जिले के गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत बीते 3 माह में करीब 17 से 18 चोरियां हो चुकी हैं। जिसको लेकर विभिन्न गांव वालों ने पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चोरों को पकड़ने के लिए रात-रात जागकर गांव के आसपास आने जाने वाले लोगों पर निगरानी रखने लगे। इस दौरान कई लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ कर पिटाई भी की और पुलिस के हवाले कर दिया। लगातार हो रही इन चोरियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह के नेतृत्व में अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा द्वारा गुरबक्शगंज थाने की पुलिस टीम व अटौरा चौकी इंचार्ज की टीम बनाकर जब इन चोरों को पकड़ने का जाल बिछाया गया, तो पुलिस के हाथ कई ऐसे सुराग लगे जिनमें कई सफेद पोस नेताओं के भी चेहरे पर कालिक पोत जाएगी। जिसके लिए पुलिस द्वारा तस्दीक की जा रही है। गौरतलब है कि थाना क्षेत्र में दिनों चोरों के द्वारा लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था। जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में गुरबक्शगंज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सघन वाहन चेकिंग के दौरान पकड़े गए शातिर अपराधियों से गहन पूछताछ पर पता चला कि गुरबक्श गंज थाने क्षेत्र में विगत दिनों हुई कुछ चोरियों में इन चार अभियुक्तों की संलिप्तता हैं। गिरफ्तार किए गए अभियुक्त अवैध वसूली, चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। पकड़े गए लोग अलग-अलग जनपद के रहने वाले हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास सोने, चांदी के आभूषण,व औरा कार बरामद हुई हैं। आरोपियों के अलग अलग थानों में मुकदमे दर्ज है। गुरुबख़्सगंज पुलिस ने जिन 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार कर चोरी का खुलासा किया है। उसमें से नीरज पांडे नाम का एक अभियुक्त फरार बताया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के किरण हाल में घटना का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि,गुरबक्शगंज थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया जिसमें 4 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि उनके साथी सूरज यादव और नीरज पांडे के द्वारा तीन अन्य चोरों को बुलाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। इनके ऊपर पहले से भी चोरी व लूट की घटनाओं को अनजान देने के मुकदमे दर्ज है। अपर पुलिस अधीक्षक के द्वारा खुलासा करने वाली टीम को ₹10000 के पुरस्कार से पुरस्कृत भी किया गया है। घटना का खुलासा करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा, अटौरा चौकी इंचार्ज चमन सिंह भदोरिया, संजय सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे हैं।