रायबरेली के रहने वाले शिक्षक के परिवार की हुई गोलियों से भूनकर हुई हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।अमेठी में हुए चौहरे हत्याकांड को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। अभी तक जहाँ स्थानीय नेता रायबरेली के सुदामापुर में पीड़ित परिवार से मिलकर सांतवना दे रहे थे। वहीं आज बिहार के दलित नेता सत्यदेव राम ने पीड़ित परिवार से मिलकर पूरे मामले पर गंभीर सवाल उठाये हैं। बिहार में सिवान ज़िलें के दरौली विधानसभा से कम्युनिस्ट पार्टी विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि इस जघन्य हत्याकांड में सरकार कुछ छिपाना चाहती है। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म में अंतिम संस्कार के समय परिजनों का मौजूद होना अनिवार्य होता बावजूद इसके सरकार ने माता पिता को अपने पास बुला लिया। उन्होंने कहा कि पांच बीघा ज़मीन व अन्य मांगों को तुरंत पूरा करना ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देना है। सत्यदेव राम ने बीती 18 अगस्त को शहर कोतवाली में हुई एफआईआर के बाद प्रभावी कार्रवाई न होने को भी हत्या का कारण मानते हुए उन्होंने एसपी से मिलकर इस सम्बन्ध में वार्ता करने की बात कही है। दलित नेता होने के नाते उनका मानना है कि यह दलित अत्याचार है जिसे सरकार ने कई सुविधायें देकर इसे दबाने का काम किया है।