गिरफ्तार चोरों के पास से सोने-चांदी के आभूषण व सोलर पैनल बरामद
दिन में रेकी कर रात में चोरी की वारदात को देते थे अंजाम
गिरफ्तार चोरों का है लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास
ब्यूरो रिपोर्ट वंश बहादुर सिंह
सरेनी : बुधवार की रात को जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले व पुलिस के लिए सिरदर्द बने तीन शातिर चोर सिहोलेश्वर मोड़ पर चोरी के माल के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया है। कोतवाल शिव शंकर सिंह ने बताया कि बीती रात करीब ग्यारह बजे उप निरीक्षक सुरेश चंद्र, अशोक कुमार व हेड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार, कांस्टेबल अभिषेक कुमार, संदीप कुमार क्षेत्र ग्रस्त पर थे। जैसे ही पुलिस टीम सिहोलेश्वर मोड़ पर पहुंची तो तीन युवक पुलिस को देखकर भागने लगे। लेकिन पुलिस ने तीनों को घेर कर पकड़ लिया और नाम पता पूछा तो क्रमशः आदित्य द्विवेदी पुत्र जयशंकर निवासी ग्राम बेहटा सातनपुर थाना खीरों, दीपक सिंह उर्फ सुजीत सिंह पुत्र रामकरन सिंह व उमेश उर्फ गोलू पुत्र राजेश निवासी ग्राम पूरे खलार पश्चिम गांव थाना बछरावां बताया। पुलिस ने रात में घूमने का कारण पूछा तो सभी ने बताया कि चोरी की घटना को अंजाम देने के इरादे से घूम रहे थे।पूछताछ में बताया कि हम पहले दिन में घरों की रेकी करते हैं फिर रात को सही समय देखकर चोरी करते हैं। उल्लेखनीय है कि बीती 12 सितंबर की रात को स्वामी सूर्य प्रबोध परमहंस इंटर कॉलेज रालपुर से तीन सोलर पैनल,15 सितंबर की रात महाराजगंज के ग्राम गजनीपुर मजरे टीसाखानापुर स्थित हनुमान जी के मंदिर का मेन गेट तोड़कर मंदिर का चांदी का छत्र,10 सितंबर की रात को बछरावां थाना क्षेत्र स्थित मदनटूसी गांव के तीन घरों से सोने के जेवरात व नगदी व बीती 31 अगस्त की रात्रि में गुरुबक्शगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत खगियाखेड़ा मजरे कोन्सा गांव में ताला तोड़कर सोने चांदी के आभूषण चोरी किए थे। उक्त संबंध में संबंधित थानों में मामला पंजीकृत हैं। पुलिस ने गिरफ्तार शातिर चोरों के पास से चोरी का माल बरामद कर तीनों को जेल भेज दिया है, साथ ही साथ गिरफ्तार किए गए शातिर चोरों ने पूछताछ में यह भी बताया कि चोरी से हम लोगों को जो माल मिलता था उसे हम आपस में बांट लिया करते थे। चोरी से मिलने वाले सामान को इधर-उधर चलते फिरते लोगों को बेंचकर जो पैसा प्राप्त होता है, उससे अपना शौक व खर्च पूरा करते हैं। चोरी के माल में से कुछ सोने चांदी के गहने हम लोगों ने दूसरे क्षेत्र में बेंचने के लिए रखा हुआ था तथा तीन सौर ऊर्जा पैनल भी हम तीनों के पास मौजूद हैं, जिसे कहीं बेचने की फिराक में थे लेकिन इस दौरान पकड़ लिए गए।गिरफ्तार शातिर चोरों का लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास भी है।
चोरों के आतंक से रतजगा करने को विवश हैं ग्रामीण
इन दिनों जिले में लापरवाह पुलिसिंग के चलते चोरों के हौंसले बुलंद हैं। हालत ये है कि रात के समय घड़ी की सुई नौ बजाती है तो गुरुबख्शगंज थाना, सरेनी थाना क्षेत्र के ग्रामीण रात्रि गश्त पर निकल पकड़ते हैं। रोज रात को लोगों की नींद उड़ी रहती है कि चोर कहीं वारदात को अंजाम न दे दें। गांवों के लोगों में चोरों का जिस तरह खौफ है, उस तरह की स्थिति एक दशक पहले ज्यादा हुआ करती थी। लोग पुराने दिनों को याद करते हुए पुलिसिंग सिस्टम को कोस रहे हैं।जिले में रोज कहीं न कहीं चोरी की घटना आम बात हो गई है। एक माह में लगभग दो दर्जन से ज्यादा चोरियां हो चुकी हैं। खासकर गुरुबख्शगंज, लालगंज, हरचंदपुर, सरेनी, डलमऊ, ऊंचाहार और बछरावां कोतवाली क्षेत्रों के गांवों में ज्यादा चोरी की घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में लोगों ने खुद और घरों की सुरक्षा के लिए गांवों में पहरा लगाना शुरू किया है।