रिपोर्ट : नेहा द्विवेदी
क्या आपको पता है कि दिल्ली देश की राजधानी के साथ साथ सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया है, लेकिन दिल्ली के कुछ ऐसे गांव कुछ ऐसी जगह जहां पर स्थिति इतनी दयानी है। जहां रोने के लिए आंसू भी सूख गए हैं पढ़िए हमारी पूरी रिपोर्ट
मेट्रो सिटी कहे जाने वाली दिल्ली की एक ऐसी जमीनी हकीकत जहां विकास का दावा किया जाता है, लेकिन वहां की स्थिति देखकर लगता है कि शायद ही वहां वोट मांगने के बाद नेता कभी अपनी तशरीफ ले जाते होंगे…..आपको इससे पहले हमने दिल्ली की छत्तरपुर विधान सभा के अंदर आने वाले गांव भाटी माईंस की खैर ख़बर दिखाई थी। जहाँ की स्थिति आपने देखी होगी कितनी दयनीय थी….. आज फिर हमारी टीम दिल्ली के एक ऐसे एरिया में गई जिसकी मुस्लिम आबादी काफी ज्यादा है और यहां लोग कैसे जी रहे है आप इस वीडियो के माध्यम से देख सकते हैं। जहां यह लोग रहते हैं वहां सबसे पहले तो आप यह देखिए कूड़े का पहाड़ यह कूड़े का पहाड़ एक रिहायशी इलाके में है। जहां पर जनता रहती है जहां पर साफ सफाई को बिल्कुल तवज्जो नहीं दी जा रही है। इन गंदी नालियों से जो मच्छर मक्खियों निकलती है यह बच्चों को नुकसान पहुंचती है, लेकिन इस बात से अनजान मां-बाप भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। यहां लोग गुब्बारा बेच के जीवन यापन कर रहे हैं और बेटियों की शादी करनी है बच्चों की पढ़ाई करनी है इतने सारे काम लेकिन जिंदगीया महज चंद लम्हों में सीमट के रह गई है। गरीबी का ये खौफनाक मंजर जहाँ एक पल के लिए एक बेहतर समाज और विकास की कल्पना मात्र से रूह कांप जाएगी। ऐसे जगह पर लोगों की आबादी लाखों में है और ये सभी मज़बूर है। यहां रहने पर क्यों कि सरकार से कुछ लेना देना नहीं है। पल पल भूख से पीड़ित लोगों की आंखों में एक अधूरी सी खुशी दिखाई देती देखी सबने…. इस देश में युवाओं को हिंदुस्तान का भविष्य कहा जाता है। आज वो ही भविष्य का कुछ पता नहीं है बस वो खाते पीते है खेलते है और सो जाते है आखिर कब होगा इस देश के हर क्षेत्र में विकास आप क्या सोचते हैं इस बारे में मुझे जरूर बताएं।