ब्यूरो रिपोर्ट इंदौर
छत्रीपुरा रविदासपुरा के उपद्रवियों की गहरी साजिश मे हो रहे कई शिकार। शुक्रवार को हुए विवाद मे विपक्षियों ने आरोप लगाते हुए कहा की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म और मोहल्ले (रविदासपुरा) में गरीब वर्ग के लोगों को भगाकर कब्जा करना चाहते है। वे यहां पर लैंड जिहाद का प्रयास कर रहे है। उनके हाथ में पत्थर ही नहीं बल्कि चाकू, तलवार, लट्ठ और पिस्टल भी थी। सूत्र के अनुसार छत्रीपुरा थाने में दर्ज एफआईआर भी की गई है। पुलिस ने दो अलग-अलग प्रकरणों में 14 लोगों को नामजद आरोपित बनाया है। छत्रीपुरा थाना पुलिस ने शुक्रवार को युवक की शिकायत पर शानू शेख बैंडवाला, अमान, अल्ताफ, फैजल गैरेजवाला, नानू, राजा, जावेद, नईम, अनीस, यास्मिन, आईशा के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। युवक के मुताबिक शानू बैंडवाला और अल्ताफ चाकू लेकर लोगों पर हमला कर रहे थे। उन्होंने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया और कहा कि इनको भगाकर मोहल्ले में कब्जा करना है।
बच्ची को गोद में उठाकर कहा- सामूहिक दुष्कर्म करना है
एक अन्य पीड़ित ने शानू शेख बैंडवाला, सलमान, अयान और मुन्ना नेता के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया है। उसकी नाबालिग बेटी और भांजी से ही सबसे पहले विवाद हुआ था। सलमान ने बच्चियों को लात-घूंसों से मारा और एक बच्ची को गोद में उठाते हुए कहा कि इसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करना है। पीड़ित ने बच्ची को तो छुड़वा लिया, लेकिन आरोपित ने उस पर हमला कर दिया। उसने यह भी बताया कि अयान पिस्टल लेकर आया था, उसने पीड़ित की भांजी की कनपट्टी पर पिस्टल अडाई व गोली मारने की धमकी दी।

पत्थरबाजी करने वाले 4 गिरफ्तार, दो महिलाओं सहित 12 पर FIR
छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को पटाखा फोड़ने की मामूली बात पर विवाद को बढ़ावा देने वाले चारों मुख्य आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके खिलाफ सीसीटीवी फुटेज और इंटरनेट मीडिया पर मिले साक्ष्य और रहवासियों के बयान के आधार पर आरोपित बनाया है।
शनिवार को भी रविदासपुरा, कागदीपुरा सहित अन्य क्षेत्रों में पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर तैनात रहा। शनिवार को क्षेत्र में शांति रही, वहीं हिंदू परिवार ने पुलिस के साए में ही गोवर्धन पूजा की। पुलिस के अनुसार दो महिलाओं सहित 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मुख्य आरोपित नदीम, शानू, सलमान और फैजल को गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने इन्हें जेल भेज दिया।
देर रात पहुंचे इंदौर कमिश्नर
घटना का कारण जानने के लिए शुक्रवार रात डेढ़ बजे कमिश्नर संतोष सिंह छत्रीपुरा थाने पहुंचे थे। यहां करीब आधे घंटे तक रुके और पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। डीसीपी जोन-चार ऋषिकेश मीना के अनुसार छोटी सी घटना को लेकर असामाजिक तत्वों ने बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश की थी। छोटे बच्चों के बीच कहासुनी हुई थी। पुलिस के मुताबिक, सभी 12 आरोपित उसी क्षेत्र के रहने वाले हैं।
कानून हाथ में लेने का प्रयास सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी : डा. यादव
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने मामले को लेकर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि इंदौर में दीपावली मना रहे बच्चे और उनके स्वजन को पटाखे जलाने से रोका गया। कानून व्यवस्था हाथ में लेने का प्रयास किया गया। यह हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं होगा। सभी धर्मों के लिए सरकार खड़ी है, लेकिन कोई दीपावली नहीं मनाने दे, यह कैसे हो सकता है?
वहीं शनिवार को एकलव्य सिंह गौड़ ने रविदासपुरा में जाकर हिंदू परिवार के लोगों से चर्चा की। बता दें कि घटना में नौ लोगों को पथराव के कारण चोट आई है। बदमाश ने गर्भवती महिला के पेट में भी लात मारी थी, महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।