जांजगीर(छग) : जिला मुख्यालय से महज 6/7 कि0मी0 की दूरी पर स्थित बाजार पारा सरखो में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री श्री श्याम कार्तिक महोत्सव का 9 दिवशीय आयोजन देव स्थापना के साथ शुरू की गई है। कार्तिक पूर्णिमा को लेकर यहां 15 नवंबर को भव्य मेला का आयोजन किया गया है और यह मेला का 66 वा वर्ष है। ज्ञातव्य हो कि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष पष्ठी को भगवान श्री श्याम कार्तिक जी की प्रतिमा स्थापित की गई है। जिसको लेकर बाजार पारा सरखो में लोगों के बीच कार्तिक पूर्णिमा तक कार्यक्रम की धूम मची रहेगी। श्री श्याम कार्तिक महोत्सव का इतिहास यहां बहुत ही अत्यंत पुराना है श्रद्धालुओं के मुताबिक सन 1962 के दशक से श्री श्याम महोत्सव मनाने की परंपरा प्रारंभ हुई थी और निरन्तर आजतक चली आ रही है, जो लोगो की एकता व भाईचारे का प्रतीक है। लोगों के अनुसार सबसे पहले यह महोत्सव नईया पारा गुड़ी चौक में शुभारंभ हुई थी, जो अब बाजार पारा सरखो के राम जानकी मुख्य चौक में मनाया जाता है। डेढ़ माह पूर्व मातृ नवमी के दिन भगवान स्वामी कार्तिक की प्रतिमा निर्माण हेतु पवित्र मिट्टी गावँ के प्रतिमाकार को दिया जाता है। उक्त मिट्टी से ही भगवान कार्तिक की प्रतिमा निर्माण की गई है। यह बताना आश्चर्य होगा कि प्रतिमा के लिए गावँ की ऐसी स्थान से मिट्टी ली जाती है जहां किसी मानव के पावं न पड़े हो इसे ही पवित्र मिट्टी मानी जाती है। इस श्याम कार्तिक महोत्सव को लेकर यहां गावँ के लोगों में हर्सोल्लास का माहौल बना हुआ है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सर्वश्री अध्यक्ष श्री फूलचन्द करियारे, उपाध्यक्ष जगदेव लाठिया, सचिव श्री गोपाल प्रसाद गढ़े वाल, सह सचिव श्री हरवंश कुमार लटियार, कोषाध्यक्ष श्री गंगाराम गढ़ेवाल के अलावे लखन भवानी, छोटेलाल खरे, दुखरन खरे, पारस राम खरे, विजय खरे, गोवर्धन रात्रे, सोनू कुमार फरसे, सुनील करीयारे, भुनेश्वर भवानी, राजाराम लाठिया, चक्रवर्ती खरे, हेमन्त करियारे, रामचन्द्र खरे दीपक खरे, चन्दराम बनाफर, रविकांत फरसे, हरीश करियारे, थानुराम टण्डन, परुषोतम करियारे, प्रह्लाद खरे, सन्नत खरे, भूषण किरण, भीषम खरे, चन्द प्रसाद करियारे, राम प्रसाद लाठीया, सुदेस सफेर, विक्की लसार, सत्यनारायण सिंह, उमेश विजय, छविलाल खरे, अजित फरसे, अश्वनी विजय, खेमेंलाल करियारे, नन्दकिशोर खरे, सुरेश खरे, नरोत्तम बघेल, लक्ष्मी प्रसाद फरसे, लल्ला गोयल, राजाराम भौम, रामअवतार रात्रे, शनिराम रात्रे, पुनिराम सिंह, रमेश गुड़गिहा, ओलेश कुमार करियारे, रघुनन्दन करि यारे, गगन खरे, शिव कुमार मार्चे, मनोहर लसार, भरत भौम, संदीप रत्नाकर, सन्तोष रत्नाकर, सिधेश्वर दिनकर, गुलाब चंद करियारे, राम जी सफेर, गुनुराम सफेर, योगेश खरे, रमाशंकर भौम, गंगा प्रसाद करियारे, राम कृपा करियारे, राजाराम लठेवाल, मंगल करियारे, नोहर लाठिया, रणशलाल सफेर, कन्हैयालाल भौम, रामचरन खरे, नवीन लसार, ज्वाला लसार, संजय रात्रे, अजय रात्रे, राजू रात्रे, लक्ष्मीनारायण बघेल, बंशीधर करियारे, राजू फरसे, गणेश राम करियारे, राज कुमार करियारे, सूर्य लाठिया, गिरधारी खरे, शतीस सर्वे, हरिराम फरसे, अंतराम रत्नाकर, वाशु सुर्यवंशी, शनिराम रत्नाकर, घासीराम रत्नाकर, राजेश करियारे, रामविलास, गढ़े वाल, आजुराम लाठिया, गोपाल बनरिहा, रामाधार भौम इत्यादि के साथ समस्त ग्रामवासी सुर्यवंशी समाज बाजार पारा सरखो का सराहनीय योगदान रहा। उपरोक्त भव्य कार्यक्रम की जानकारी सरखो निवासी वासु सुर्यवंशी ने व्हाट्सएप विज्ञप्ति में दी है।