सड़क के किनारे लगभग 25 गोवंश पड़े हुए हैं मृत, लगातार गौ माता के साथ बांदा में जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा अन्याय किया जा रहा है। आखिरकार ऐसे गौशाला संचालकों के खिलाफ कब करवाई होगा, क्योंकि लगातार जिला के जिम्मेदार अधिकारियों का अवगत भी कराया जा रहा है। अवगत कराने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती है। इसका मतलब बंदर बाट किया जाता आपस में।
विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा समिति के जिला सहसंयोजक संतोष कुमार त्रिपाठी एवं जिला मंत्री अरुण मिश्रा अपनी टीम के साथ बिसंडा ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत माझीबा सानी गौशाला का निरीक्षण किया गया। गौ रक्षा समिति के द्वारा गौशाला के अंदर छोटा हाथी पिकअप पर जिसका गाड़ी नंबर u p17an 1408 लोड हो रही थी। गोवंश हम लोगों के पहुंचते ही इधर-उधर भागने का प्रयास किया पूछने पर बताया कि हमें किसी के परमिशन की जरूरत नहीं है। हम लिए जा रहे हैं। प्रधान से बात करने पर प्रधान ने कहा यह गौशाला मेरी व्यक्तिगत है। मैं चाहे जो भी करूं और गौशाला से लगभग आधा किलोमीटर के अंतराल में 20 से 25 का गोवंश मृत्यु सड़क के किनारे मिले जिन्हें कुत्ते नोच नोच कर खा रहे थे और गौशाला के अंदर गोवंश को नीचे जमीन में डालकर चार भूसा खिलाया जा रहा है और ठंड के यहां कोई व्यवस्था नहीं पाई गई।
गौशाला के अंदर एक अस्थाई छप्पर बना हुआ है जिसमें गोवंश को अंदर रखा जाता है और गोवंश को जमीन में भूसा दिया जाता है, जो की पूज्य योगी आदित्यनाथ महाराज जी के द्वारा लगातार गोवंशों को अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक करने का निर्देश भी दिया जाता है, लेकिन बांदा के जिम्मेदार अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है।
कहीं ना कहीं इस तरह की घटनाओं से पूज्य योगी आदित्यनाथ महाराज जी की छवि खराब की जा रही है। जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा जो की लगातार विश्व हिंदू महासंघ के पदाधिकारी अवगत भी कराते हैं इसके बाद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती है।