रायबरेली में शासन के निर्देश के बाद जिला प्रशासन का एंटी भू माफिया गठन पूरी तरह से निष्क्रिय दिखाई दे रहा है। जिसके चलते यहां भूमाफियाओं के हौसले बुलंद है। दलितों की जमीन पर किए जा रहे, अवैध रूप से कब्जे को लेकर ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों के साथ एसडीएम आवास पर पहुंचकर कर घेराव करते हुए मामले का शिकायती पत्र दिया है और अवैध कब्जे को रोके जाने की मांग की है। आपको बता दे कि आज दिनांक 12 जनवरी 2025 दिन रविवार को जनपद के हरचंदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम शोरा के रहने वाले ग्राम प्रधान प्रेमलता पाल ने दर्जनों ग्रामीणों के साथ उप जिला अधिकारी के आवास पर पहुंचकर मामले का, शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उनके,गांव में दलितों की जमीन पर दबंगई के बल पर कब्जा किया जा रहा है। यहां पीड़ित हरिप्रसाद पुत्र विपती की जमीन जिसकी जिसकी, गाटा संख्या 1017 व 1016 है। इस जमीन पर भूमाफिया किस्म के दबंगों द्वारा दबंगई के बल पर जबरन कब्जा किया जा रहा है। जिसको लेकर कई बार संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को मामले से अवगत करवाया गया। पीड़ित ने बताया कि उसकी भूमि पर पड़ोसी भूमि के सहखातेदार, आनंद यादव पुत्र शिवप्रसाद, उर्फ शिव प्यारे अपने, अभिन्न सहयोगी व सब इंस्पेक्टर, एक हत्याकांड का मुख्य आरोपी विजय कुमार यादव, पुत्र राम प्रसाद उर्फ सुखदेव, प्रतीक यादव, आनंद यादव, संदीप यादव निवासी श्री रामनगर गंगागंज जबरन उसकी जमीन पर अवैध रूप से लगातार कब्ज का निर्माण कर रहे हैं। जिस पर शिकायत की गई थी, डीएम से शिकायत के बाद, डीएम के निर्देश पर संबंधित विभाग के अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई हेतु कहा गया, लेकिन सदर तहसील के अधिकारियों ने मामले में संज्ञान नहीं लिया, तो ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों के साथ उप जिलाधिकारी के आवास पर पहुंचकर आवास का घेराव करते हुए मामले का शिकायती पत्र दिया है और तत्काल किए जा रहे अवैध कब्जे को रोके जाने की मांग की है। पीड़ितों ने बताया कि उन्हें शिकायत करने के बाद जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। कब्जा करने वाले थानाक्षेत्र के रहने वाले हैं। जिसमें एक सब इंस्पेक्टर पर आरोप लगाते हुए उनकी सह पर कब्जा किए जाने का पीड़ितों ने आरोप लगाया है। पीड़ितों ने उप जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में अवगत कराया कि अगर समय रहते हैं।इस पर कोई ठोस कार्रवाई न हुई तो कोई भी अनहोनी घटना हो सकती है। शिकायत पर 10 जनवरी को पहुंची राजा शूटिंग बीना रेलवे की टीम की मौजूदगी के ही पीड़ित की भूमिका आधा हिस्सा मौखिक रूप से रेलवे की भूमि में गड़े प्रमाणिक पोलो के भीतर रेलवे की जमीन होना बता दिया जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसकी कार्रवाई रेलवे राजस्व पुलिस की संयुक्त टीम से निर्धारित होने के लिए विचाराधीन है। ऐसी स्थिति में, सरकारी ना रोका गया तो बड़ी घटना होने की आशंका पीड़ित द्वारा जताई जा रही है।