रिपोर्ट : शिवा मौर्या
रायबरेली के कलेक्ट्रेट परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब एडीएम वित्त एवं राजस्व ऑफिस के जर्जर बरामदे की छत का प्लास्टर भरा भरा कर गिर गया। जिससे फरियादियों व कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई और बड़ा हादसा होने से टल गया है। बुधवार को यहां कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एडीएम वित्त एवं राजस्व अमृता सिंह के दफ्तर के बाहर बरामदे का प्लास्टर गिर गया है। जिस जगह पर प्लास्टर गिरा वहां एडीएम से मिलने वालों का जमावड़ा रहता है। यह महज़ इत्तेफ़ाक़ है कि जिस समय घटना हुई वहां इक्का दुक्का लोग ही मौजूद थे। छत का मलबा गिरने की जगह से थोड़ी दूर बैठे फरियादी के सिर पर मलबे का थोड़ा सा हिस्सा गिरा जिससे उन्हें मामूली चोट आई है। कर्मचारियों का कहना है कि मलबा अचानक गिरा है क्योंकि पहले से इसका कोई अंदेशा नहीं था। फरियादियों की माने तो परिसर के कई ऐसे दफ्तर जर्जर हैं जहां पर ऐसा प्लास्टर गिरता रहता है। फिलहाल इस मामले पर अभी अधिकारियों में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
फरियादी हनुमान प्रसाद ने कहा कि वह आज अपर जिलाधिकारी के ऑफिस पर आया था और बैंच पर बैठा हुआ था। अचानक से छत का प्लास्टर गिर गया। प्लास्टर गिरने से उसके सर पर मामूली चोट भी आई है। वहीं विभाग के कर्मचारी सदाशिव यादव ने बताया कि रोजाना की तरह आज ऑफिस में बैठे हुए थे। अचानक से कुछ गिरने की आवाज आई तो देखा कि ऑफिस के छत का प्लास्टर गिर गया है। इस प्लास्टर के गिरने से कोई हताहत नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि प्रतिवर्ष जिलाधिकारी कार्यालय की बिल्डिंग की मेंटेनेंस के लिए लाखों रुपया सरकारी धन के रूप में आता है। लेकिन इस प्रकार छत का प्लास्टर गिरने से कहीं ना कहीं यह भी सवाल उठ रहा है कि वह धन सही प्रकार से खर्च होता भी है या नहीं।