Mahakumbh : महाकुम्भ में हुई भगदड़ के बाद प्रयागराज से लोगों को निकालने के लिए इंडियन रेलवे की तरफ से 360 ट्रेन चलेंगी, जो कि मेले में आए हुए श्रद्धालुओ को प्रयागराज से बाहर ले जाने का कार्य करेगी।
7 से 8 करोड़ श्रद्धालुओं का अनुमान
महाकुंभ में आज (29 जनवरी) को मौनी अमावस्या के शाही स्नान के लिए 7 से 8 करोड़ लोगों के डुबकी लगाने का अनुमान लगाया जा रहा है। रेलवे ने इसके लिए पहले से स्पेशल प्लान बना रखा है।
कब हुई भगदड़ ?
महाकुंभ की पवन अवसर पर मौनी अमावस्या के शाही स्नान से ठीक पहले हुई भयानक भगदड़ के बावजूद भी भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। हर एक पल के साथ श्रद्धालुओ का हुजूम संगम की ओर बढ़ता जा रहा है। महाकुंभ के शाही स्नान पर आज 7 से 8 करोड़ लोगों के डुबकी लगाने का अनुमान लगाया जा रहा है। आपको बताते चले कि मंगलवार (28 जनवरी) से ही मेंला क्षेत्र के साथ-साथ प्रयागराज की सड़कें लोगों का जन सैलब इक्कठा हो रहा था। अब शाही स्नान के बाद इस भीड़ को यहां से रवाना करने के लिए रेलने का स्पेशल प्लान लागू हो चुका है, जो कि महाकुंभ में आए हुए श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचना है।

अब क्या हैं रेलवे का प्लान
आप को बता दे, कि रेलवे के प्लान के मुताबिक, आज प्रयागराज के प्रमुख स्टेशनों से स्पेशल ट्रेनें सिर्फ यात्रियों को प्रयागराज से बाहर निकालने का काम करेंगीं। यानी कि अब दूसरे शहरों से स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज नहीं आएगी। हालांकि कल तक स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज के लिए चल रही थीं। लेकिन आज से ये स्पेशल ट्रेन सिर्फ प्रयागराज से देश के अलग-अलग हिस्सों के लिए प्रस्थान करेगी। रेलवे के अनुसार कुल 360 ट्रेनें प्रयागराज के स्टेशनों से चलेंगी। हालांकि प्रयागराज को जाने और आने वाली रेगुलर ट्रेनें अपने शेड्यूल से ही चलेंगी।

भगदड़ के बाद भी उमड़ रहा हुजूम
महाकुंभ में संगम तट पर दूसरे शाही स्नान से ठीक पहले यानी मंगलवार-बुधवार रात करीब एक बजे भगदड़ मची. इसमें एक दर्जन से ज्यादा लोग मारे गए. कई घायल भी हुए. विचलित कर देने वाली तस्वीरें भी सामने आईं लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था नहीं डगमगाई. लाखों की संख्या में लोग महाकुंभ में डुबकी लगाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. हर पल के साथ श्रद्धालुओं का हुजूम संगम घाट पर बढ़ता जा रहा है. अखाड़ों का शाही स्नान भी शुरू हो चुका है.
पूरे प्रयागराज में उमड़ा जनसैलाब
आपको बता दे, कि श्रद्धालुओं का यह जनसैलाब सिर्फ मैला क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे प्रयागराज में देखने को मिल रहा है। इस घटना के बाद प्रशासन अब प्रयागराज के बाहर भी सतर्क हो गया है। इसी कड़ी में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को महाकुम्भ में आने से रोका जा रहा है। यह मन जा रहा है, कि जब तक मैला क्षेत्र की भीड़ कम होने नहीं लगती है। तब तक बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को इंतजार करना होगा। यह फैसला सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखने हुए लिए ही लिया जा रहा हैं।