- बड़ी संख्या में बिहारीगढ़ थाने के बाहर एकत्र होकर संघर्ष करने का ऐलान किया
- मौके पर पहुंचे सीओ बेहट ने ग्रामीणों को न्याय दिलाने का भरोसा देकर धरना समाप्त कराया
बिहारीगढ थाना क्षेत्र के गांव टांडा मानसिंह में विगत दिनों बंजारा समाज की बेटी के साथ छेड़छाड़ के मामले को लेकर दलित युवक के खिलाफ कराई गई पुलिस कार्रवाई से आक्रोशित होकर दलित पक्ष की तरफ से बंजारा समाज के 11 युवकों के खिलाफ संगीन धाराओं में दर्ज किए गए मुकदमे से नाराज होकर बंजारा समाज के सैकड़ो लोग आज मंगलवार को बिहारीगढ़ थाने के बाहर इकट्ठे हुए। इस दौरान बंजारा समाज के पूर्व जिला पंचायत सदस्य बाबूराम राठौर, कमल सिंह राठौर, महिपाल सिंह राठौर, पूर्व प्रधान त्रिलोक चंद आदि ने अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान किया तो बिहारीगढ थाना पुलिस ने भीड़ को समझाने की बड़ी कोशिश की लेकिन भीड़ ने उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग रख दी।
अपराह्न करीब तीन बजे सीओ बेहट अभितेश सिंह भीड़ के बीच पहुंचे और उन्होंने पीड़ित लड़की सहित उसके परिजनों और गांव के जिम्मेदार लोगों से बात कर भरोसा दिया कि संगीन धाराओं में दर्ज मुकदमे की निष्पक्ष जांच कर पीड़ित पक्ष को न्याय दिया जाएगा तथा आरोपी के खिलाफ भी पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज होगा, तब जाकर धरना समाप्त हुआ इस दौरान सरदार निर्मल सिंह राठौर, टीहरा के प्रधान सुरेश राठौर, गणेशपुर के प्रधान चरण सिंह राठौर, रविन्द्र सिंह राठौर (मोनू) जगदीश सिंह, विनोद नायक, सरदार रामसिंह व रोहताश सिंह आदि ने बंजारा समाज की बेटी को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करने का ऐलान किया है। सभी लोगों में बेटियों की सुरक्षा को लेकर इस बात की चिंता नजर आई कि अगर इन्हें न्याय नहीं मिला तो बेटियों की सुरक्षा कैसे होगी। गुस्साए लोगों सहित महिलाओं की थाने के बाहर जबरदस्त भीड़ जमा थी, सभी लोग बंजारा समाज के युवकों के खिलाफ दर्ज मुकदमा निरस्त करने की मांग पर अडे रहे। कुछ लोग थाना पुलिस पर एक पक्षीय कार्रवाई करने तथा पीड़ित लड़की के मामले में आरोपी को बचाने का आरोप भी लगा रहे थे।