- तालाब व नाला की जमीन पर दबंगों द्वारा चौकी इंचार्ज की मिलीभगत से जबरन किया जा रहा कब्जा
- पीड़ित लगा रहा अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर, नही मिल रहा न्याय, डीएम से की शिकायत
रिपोर्ट : शिवा मौर्या
रायबरेली में सदर तहसील क्षेत्र थाना हरचंदपुर के अंतर्गत तालाब व नाला की सुरक्षित जमीन पर दबंगों द्वारा जबरन कब्जा किया जा रहा है। जिसको लेकर जिला प्रशासन से मामले की शिकायत की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़ित शिकायतकर्ता का आरोप है की तहसील प्रशासन अपने ही जारी किए गए आदेशों पर अमल नहीं करवा पा रहा है। यहां थाना क्षेत्र के स्थानीय चौकी इंचार्ज की मिली भगत से दबंगों द्वारा दबंगई के बल पर जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है। पीड़ित ने डीएम को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार सरकारी जमीनों को सुरक्षित रखने की बात कहती है। वहीं जिला प्रशासन के एंटी भू माफिया के गठन की निष्क्रियता के चलते यहां बेखौफ होकर दबंगों द्वारा सरकारी तालाबों नालो पर जबरन जेसीबी चलवाकर कब्जा किया जा रहा है। जिसको लेकर शिकायतकर्ता ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत की है और जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
मामला सदर तहसील क्षेत्र के थाना हरचंदपुर ग्राम शोरा के रहने वाले सदस्य राजस्व समिति राजेश कुमार यदुवंशी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय व जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देते हुए बताया कि थाना क्षेत्र के ही रहने वाले अडोबर निवासी वीरेंद्र कुमार व एक सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार गौतम की हत्या के आरोपी विजय कुमार और हरचंदपुर थानाक्षेत्र के गुलूपुर चौकी इंचार्ज अजय कुमार के खिलाफ शिकायतकर्ता राजेश यदुवंशी ने डीएम एसपी को शिकायती पत्र देते हुए मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित ने बताया कि, गुलुपुर चौकी इंचार्ज की सांठ गांठ से दबंगों द्वारा ग्राम मंझिगंवा करन स्थित तालाब की गाटा संख्या 1036 को अवैध रूप से पाटकर कब्जा किया जा रहा है। इसी ग्राम से जुड़ी ग्राम जुड़ी सीमा को नष्ट करते हुए भूमि की गाटा संख्या 905 के वैधानिक अंश व कब्जे की भूमि में गड़े हुए खंभो को हटवा कर जेसीबी से खुदाई कर भूमि की प्रकृति बदलते हुए अवैध कब्जा किया जा रहा है। जिसको लेकर संबंधित सक्षम व अनुभव अधिकारियों व पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम गठित कर प्रभावी वैधानिक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था। लेकिन अभीतक ना राजस्व के कोई अधिकारी जवाब दिए हैं, ना ही पुलिस के कोई अधिकारी संज्ञान ले रहे हैं, जबकि इस पूरे प्रकरण में दरोगा की पूरी भूमिका बताई जा रही है। शिकायतकर्ता राजेश यदुवंशी की मां राजवती पत्नी राधेश्याम निवासी सोरा ने बताया कि इस जमीन से जुड़े भूमिगत संख्या 905 में वैधानिक अंश से 195 वर्ग मीटर का पीड़ित बैनामेंदार है, जो सहभूमिधर है। जिसकी दाखिल खारिज भी पूर्व में ही दौरान चकबंदी प्रक्रिया हो चुकी है। फिर भी दबंगों द्वारा 905 स्थित ग्राम राजस्व के संपूर्ण भाग भूमि की प्रकृति बदलने की कोशिश की व अवैध कब्जा का प्रयास किया तथा,सार्वजनिक व कृषक हित में उपयोगी वर्षों से नाला को भी कई जगह पर पाट दिया गया है। जिसमें कार्रवाई किए जाने हेतु सदर तहसील में मामले की शिकायत की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पूर्व में विजय कुमार ने ग्राम गुलुपुर तहसील सदर की फसली वर्ष 1418 से 1423 के आधार पर वर्ष खतौनी के बंजर खाते के फर्जी खातेदार वीरेंद्र कुमार का नाम बंजर गाटा संख्या 1550 से निरस्त कराकर पुनः बंजारा खाते में अंकित करवाया जाए। इसी 1550 में भी राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों से सांठ-गाँठ करके अपने नाम दर्ज कर ली गई, जिसकी शिकायत तत्कालीन,जिला अधिकारी नेहा शर्मा व उप जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी से की गई थी। जिस पर किए गए कब्जे को हटवाने के लिए आदेश जारी किया गया था। वर्तमान जिलाधिकारी से भी मामले की शिकायत की गई थी। जिसको लेकर जिलाधिकारी ने सदर तहसील की टीम को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। लेकिन विपक्षियों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वही चौकी इंचार्ज की संलिप्तता के चलते दबंगई के बल पर जबरन कब्जा किया जा रहा है। जिस पर पीड़ित ने कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित राजेश यदुवंशी ने बताया कि, दबंगो के साथ-साथ चौकी इंचार्ज से भी उसकी जान को खतरा बना हुआ है। पीड़ित ने डीएम एसपी से न्याय की गुहार लगाई है और जान माल की रक्षा की भी गुहार लगाई है। पीड़ित के मुताबिक जिलाधिकारी ने जांच कर मामले में कार्यवाही का आश्वासन दिया है।