रोटी बैंक, रांची ने मनाया अपना पांचवां वर्षागांठ, लोगों को कराया भोजन
रोटी बैंक, रांची ने सूबे के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स परिसर में जरूरतमंदों को खाना खिलाकर पंचम वर्षगांठ मनाया। वहीं वर्गांगांठ के अवसर पर चावल सब्जी, पूड़ी, रोटी, बुंदिया और लड्डू का भोजन करीब 1600 लोगों को कराया गया। रोटी बैंक के संस्थापक विजय पाठक एवं उनकी पत्नी मनोरमा पाठक ने सभी अतिथियों एवं सदस्यों को रोटी बैंक का प्रतीक चिन्ह देकर उनके प्रति आभार भी प्रकट किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरभि सिंह, विशिष्ट अतिथि सार्वभौम शाकद्वीपीय ब्राह्मण महासभा झारखंड के अध्यक्ष अमिताभ पाण्डेय के अलावे स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ० अर्चना पाण्डेय, रोटी बैक से जुड़े शशि भूषण मिश्रा, संगीता प्रसाद, दत्ता जी, सुभाष दूबे, मंजुला बेरा, मुकेश गुप्ता एवं कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।बताते चलें कि विगत 5 वर्षों से रोटी बैंक प्रत्येक दिन रात्रि 8 बजे जरूरतमंदों को भोजन कराती है।

इसका एकमात्र सामाजिक उद्देश्य है कोई भूखा ना सोये। रांची में रिम्स में जो दूर दराज से अपने परिजनों को इलाज करने आते हैं उन जरूरतमंदों के लिए यह भोजन होता है। रोटी बैंक के संस्थापक विजय पाठक का मानना है कि मानव सेवा ही ईश्वर की सेवा है।