रायबरेली में उत्तर प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति बेअसर साबित हो रही है।यहां ग्राम विकास कार्यों में किए जा रहे मनमानी व भ्रष्टाचार को लेकर खंड विकास अधिकारी व सेक्रेटरी के खिलाफ ग्राम प्रधान ने डीएम से मामले की शिकायत की है और कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
शनिवार को ग्राम प्रधान सलारपुर ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देते हुए बताया कि, ब्लाक के अधिकारियों में इस कदर दबंगई और मनमानी तथा भ्रष्टाचार व्याप्त है कि वह ग्राम विकास में कराए गए कार्य के भुगतान के लिए दर-दर भटक रहा है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ब्लॉक के अधिकारियों और सेक्रेटरी से तंग आकर ग्राम प्रधान ने डीएम को शिकायती पत्र दिया है और कार्रवाई की मांग की है।
मामला रायबरेली जनपद के सदर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ब्लॉक सतांव के सलारपुर गांव का है। यहां के रहने वाले ग्राम प्रधान रवि शंकर ने डीएम ऑफिश में शिकायती पत्र देते हुए बताया कि, ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी व सलारपुर ग्राम के सेक्रेटरी राजीव सोनकर द्वारा बीते 6 महीने से करीब 7 लाख रुपए का भुगतान नही कर रहे हैं। जिसको लेकर कई बार कहां गया और शिकायत भी की गई। लेकिन अभी तक बकाया भुगतान नहीं किया जा रहा है।ग्राम विकास कार्यों का पेमेंट भुगतान न होने से प्रधान व मजदूरों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं सेक्रेटरी ने ग्राम प्रधान को धमकी दी है।कि जब तक मैं यहां तैनात रहूंगा कोई भी कार्य नहीं होगा न हीं उसका पैसा भुगतान किया जाएगा, पीड़ित प्रधान ने शिकायत कर सेक्रेटरी पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है कि विपक्षी पूर्व प्रधान से मिलकर ग्राम के विकास कार्यों में भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं। जिस पर कार्रवाई की जाए।