रायबरेली : सरेनी थाना क्षेत्र के कस्बा स्थित मौनी मोहल्ला में बीते दिनों हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस हत्यारोपियों की गिरफ्तारी में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। पुलिस ने हत्याकांड मामले में 4 वांछित अभियुक्तों में सिर्फ एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजते हुए मामले में इतिश्री कर ली। सूत्रों की मानें तो पुलिस द्वारा आरोपियों को बचाने के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं, जिस वजह से पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। वहीं हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी में सुस्त पुलिसिया कार्यशैली को लेकर पीड़ित परिवार सहित ग्रामीणों व विभिन्न संगठनों में आक्रोश पनप रहा है। सरेनी थाने से चंद कदम की दूरी पर युवक की हत्या कर फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक ना होना पुलिस के लिए शर्मनाक है। पुलिस की निष्क्रियता शायद क्षेत्र में बढ़ते अपराधों का प्रमुख कारण है। लगभग एक सप्ताह होने को हैं और अभी तक फरार शेष आरोपियों की गिरफ्तारी न होना पुलिस की सुस्त कार्यशैली को साफ दर्शाती है। हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इसके पूर्व में भी ऐसे तमाम आपराधिक कृत्यों को लेकर सरेनी पुलिस चर्चा में रही है। सरेनी थाने से महज कुछ दूरी पर मामूली नाली विवाद में दिनदहाड़े की गई हत्या के मामले में लगभग एक सप्ताह बीतने को हैं। जबकि वांछित तीन आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। बहरहाल जो भी हो लेकिन अतुल तिवारी हत्याकांड मामले में पुलिस की भूमिका व लचर कार्यशैली शुरुआत से ही सवालों के घेरे में है। वहीं नाली के मामूली विवाद में डंडों व ईंटों से पीट-पीटकर हुई अतुल की हत्या से पूरे जनपद वासियों में रोष है। लोगों का कहना है कि यदि जल्द ही अन्य आरोपित पकड़ी नहीं जाते तो धरना प्रदर्शन को बाध्य होना पड़ेगा।