- नेशनल हाईवे फोरलेन का कट बंद करने के विरोध में ग्रामीण सड़क पर उतरे
- कट बंद होने से दर्जनों गांव के हजारों ग्रामीणों का रास्ता हो जाएगा बंद, कट खोलने की मांग
रायबरेली-प्रयागराज नेशनल हाईवे फोरलेन पर स्थित सान्हूंकुंआ गांव के पास एनएचएआई द्वारा कट बंद करने के फैसले और कारवाई शुरू करने के खिलाफ स्थानीय लोगों और महाविद्यालय के सैकड़ों छात्र, छात्रों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस कट बंद होने से दर्जनों गांवों का रास्ता अवरुद्ध हो जाएगा और हजारों ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। श्री गणेश हरबंश बहादुर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों ने मंगलवार को दोपहर में रास्ता खोलने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान आसपास के ग्रामीण भी एकजुट हो गए और जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और एनएचएआई के उच्च अधिकारियों को एक मांग पत्र लिखकर ज्ञापन सौंपने की तैयारी की। सान्हूंकुंआ, चांदमऊ, हरिभजन का पुरवा, धर्मदासपुर, सराय श्रीबख्श, हरदी टीकर, बेनी कामा और चंदौली सहित कई गांव इस कट के बंद होने से प्रभावित होंगे। इन गांवों के लोगों के अलावा 500 वर्ष पुराने हनुमान मंदिर और बाबा आधार दास कुटी के भक्तों और महाविद्यालय के छात्रों को भी परेशानी होगी। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुनील सिंह तोमर ने बताया कि कट बंद होने से छात्रों और शिक्षकों को भी परेशानी होगी। ग्रामीणों ने एक स्वर में रास्ता खोलने की मांग की है और जल्द ही जिलाधिकारी और एनएचएआई के अधिकारियों से मिलकर ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहे हैं।

विरोध प्रदर्शन में हरिशरण सिंह, पूर्व ग्राम प्रधान छेदी लाल यादव, पूर्व प्रमुख शांति देवी, चांदमऊ के राकेश सिंह, शिव शंकर सिंह ग्राम चंदौली, धीरज सिंह, अश्मित सिंह सौरभ, नीरज सिंह, राजीव सिंह और संजीव सिंह सहित कई गांव के लोग और महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।ग्रामीणों और छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती, तब तक वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और एनएचएआई कार्यान्वयन इकाई रायबरेली के पीडी नवरत्न और तकनीकी प्रबंधक पुनीत गर्ग से बुधवार को ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल मिलेगा, और कट के रास्ते को यथावत बने रहने की मांग करेगा।