ब्यूरो रिपोर्ट : वंश बहादुर सिंह
रायबरेली : गर्मी के मौसम में हीट वेव और हीट स्ट्रोक के खतरों को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. नवीन चंद्रा ने जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने हीट स्ट्रोक से बचाव और उपचार के लिए व्यापक इंतजामों की जानकारी दी। सीएमओ ने बताया कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है। गर्मी में नियमित अंतराल पर आराम करने और ठंडे, छायादार स्थानों पर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि ओआरएस और नींबू पानी का सेवन हीट स्ट्रोक से बचाव में लाभकारी है। डॉ. चंद्रा का उद्देश्य हीट स्ट्रोक के मामलों को रोकना और लोगों को इसके प्रति जागरूक करना है।
निरीक्षण के दौरान सीएमओ ने सभी सीएचसी और पीएचसी में हीट स्ट्रोक से निपटने के लिए पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य केंद्रों पर आईस पैक्स, कूलर और ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है, ताकि हीट स्ट्रोक के मरीजों का तुरंत इलाज हो सके। जिला अस्पताल में भी हीट स्ट्रोक से निपटने की पूरी तैयारी की गई है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में एक विशेष वार्ड बनाया गया है, जहां कूलर, पंखे और पानी के घड़े की व्यवस्था की गई है। सीएमओ ने जनता से अपील की कि गर्मी में सावधानी बरतें, हल्के कपड़े पहनें और धूप में बाहर निकलने से बचें। इन उपायों से हीट स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है।