रिपोर्ट : अविनाश कुमार
धनबाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और सख्त कदम उठाते हुए भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के एक लिपिक और कोल माइंस प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (सीएमपीएफओ) के एक अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई धनबाद जिले के बस्ताकोला कोलियरी क्षेत्र में की गई। सूत्रों के अनुसार, एक सेवानिवृत्त कर्मचारी, जो अपनी सेवानिवृत्ति निधि की निकासी के लिए लंबे समय से बीसीसीएल कार्यालय के चक्कर काट रहा था, उससे बीसीसीएल के लिपिक धीरज निषाद द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। परेशान होकर पीड़ित ने सीबीआई से शिकायत दर्ज कराई। सीबीआई ने शिकायत की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू की। प्रारंभिक जांच में मामला सत्य पाए जाने के बाद एक सूक्ष्म रणनीति के तहत जाल बिछाया गया। इस अभियान के तहत बस्ताकोला कोलियरी कार्यालय में छापेमारी की गई, जहां क्लर्क धीरज निषाद और सीएमपीएफओ के सेक्शन ऑफिसर विष्णु प्रसाद गुप्ता को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
सीबीआई एसपी ने की पुष्टि
सीबीआई के अधीक्षक पीके झा ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई की सख्त नीति और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की गहन जांच जारी है और अन्य संभावित दोषियों की भी पहचान की जा रही है। इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि कई सेवानिवृत्त कर्मचारी आज भी अपनी वैध बकाया राशियों के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।