विजलेंस द्वारा गिरफ्तार किए गए सचिन से पूछताछ जारी
ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्य
रायबरेली में डलमऊ तहसील क्षेत्र के अंतर्गत यूपी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति बेसर साबित हो रही है। यहां लगातार अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। जिस पर एंटी करप्शन और विजिलेंस की टीम ने कई अधिकारियों और कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़कर करप्शन में लिप्त कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही। विकासखंड डलमऊ में लखनऊ विजिलेंस टीम ने जैसे ही छापा मारा ब्लॉक परिसर में हड़कंप मच गया। ग्राम पंचायत में तो वैसे ही कार्य नहीं करवाया जाता सरकार के रुपयों का बंदरबांट ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी से लेकर ब्लॉक के अधिकारी तक का रोल होता है। लेकिन सेक्रेटरी को क्या पता कि मोरंग सीमेंट सप्लाई करने वाले से कमीशन मांगना महंगा पड़ जाएगा। सेक्रेटरी को लखनऊ से आई एंटी करप्शन टीम ने घूस लेते हुए धर दबोच लिया। शुक्रवार को दोपहर की समय विजिलेंस टीम लखनऊ के द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत पर खंड विकास कार्यालय डलमऊ में छापा मारकर एक कर्मचारी को घूस लेते दबोच लिया है और भ्रष्ट्र कर्मचारी को पड़कर अपने साथ ले गई विजिलेंस टीम द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई से क्षेत्र सहित जनपद भर में हड़कंप मच गया जिससे अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हाथ पैर फूल गए। मिली जानकारी के अनुसार डलमऊ विकासखंड के तेरुखा ग्राम में तैनात ग्राम विकास अधिकारी प्रेमचंद रावत ने गांव में होने वाले विकास कार्यों में लगने वाली निर्माण सामग्री के सप्लायर से घूस के रूप में रूपयों की मांग की थी। निर्माण सामग्री सप्लायर का लगभग ₹200000 का भुगतान किया जाना बाकी है। आरोप है कि इसी भुगतान को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी ने सप्लायर से ₹50000 घूस की डिमांड की थी। जिस पर सप्लायर ने विजिलेंस टीम को ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की गई। शिकायत के बाद विजिलेंस टीम लखनऊ द्वारा खंड विकास कार्यालय डलमऊ में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी प्रेमचंद रावत को रंगे हाथ घूस लेते हुए पकड़ लिया और पूछताछ के लिए उसे अपने साथ ले गई। वही विजिलेंस टीम ने संबंधित मामलों के दस्तावेजों को भी अपने साथ ले गई। लोगों की माने तो खंड विकास कार्यालय डलमऊ में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा था। जिसकी शिकायत लोगों द्वारा लगातार की जा रही थी जिसके चलते आज विजिलेंस टीम द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई। इस संबंध में एडिओ डलमऊ कैलाश नाथ पटेल ने बताया कि विजिलेंस टीम लखनऊ द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी नहीं है क्योंकि वह मौके पर मौजूद नहीं थे। विजिलेंस टीम ने ब्लॉक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी प्रेमचंद रावत को पकड़ कर अपने साथ ले गई है तथा टीम ने मामले से जुड़े दस्तावेज भी एकत्र कर अपने साथ ले गई है। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी डलमऊ श्याम कुमार पाल ने बताया कि मामले की जानकारी हुई है, लेकिन आरोपी को थाने में नहीं लाया गया है टीम उसे अपने साथ ले गई है।