रिपोर्ट : राजेश सोनी
अमेठी : सपा से निष्कासन के बाद पहली बार गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे विधायक राकेश प्रताप सिंह का उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त स्वागत किया। जिले की सीमा पर ही सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ हजारों की संख्या में लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। ढोल-नगाड़ों के साथ जगह-जगह फूल मालाओं से स्वागत कर माहौल को उत्सव जैसा बना दिया गया।
विधायक राकेश प्रताप सिंह सबसे पहले भाले सुल्तान शहीद स्मारक स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मौजूद जनसमूह में गजब का उत्साह और ऊर्जा देखने को मिली।
सपा पर गंभीर आरोप, सनातन धर्म को लेकर भावुक बयान
अपने संबोधन में राकेश प्रताप सिंह ने समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा,
“रामचरितमानस जलाने की घटना पर मैंने आवाज उठाई तो मुझे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। रामलला के दर्शन करने से रोका गया। क्या मैं ताली बजाता रहूं?”
विधायक ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे किसी भी दल में रहें या न रहें, विधायक रहें या न रहें, उनका पहला उद्देश्य सनातन धर्म की रक्षा रहेगा। उन्होंने कहा,
“सनातन धर्म हमारी आत्मा है। इसे कोई मिटा नहीं सकता जब तक ब्राह्मण, संत और हमारे सनातनी समाज के लोग हैं।”
समाजिक समीकरण साधने की कोशिश
अपने संबोधन में राकेश प्रताप सिंह ने यादव और ब्राह्मण समाज को विशेष रूप से संबोधित किया। उन्होंने कहा,
“आज भी यादव समाज ही हमारे परिवार का अभिन्न हिस्सा है — चाहे वह दोस्त हों या सहयोगी।”
साथ ही उन्होंने कहा,
“ब्राह्मण ही वह समाज है जो हर घर जाकर पूजा-पाठ कराता है, और सनातन धर्म को जीवित रखता है।”
राजनीतिक संकेत साफ: नई राह, नया जनाधार
विधायक के भाषण और उनके स्वागत कार्यक्रम से साफ संकेत मिल रहे हैं कि राकेश प्रताप सिंह अब स्वतंत्र छवि और नए सामाजिक समीकरण के साथ आगे बढ़ने का मन बना चुके हैं। उनके समर्थकों में जोश और संगठन में अनुशासन दिखा, जो आने वाले समय में जिले की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत दे रहा है।