सीसीएल ने समझौता के तहत 31 हजार रुपये का दिया मुआवजा
सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र अंतर्गत कथारा वाशरी से दोपहर जैसे ही कोयला लोड लेकर कथारा वाशरी रेलवे साइडिंग में खड़ा हुई। एक दिलदहला देने वाली घटना सामने आई जिसमे पेटरवार प्रखंड के चांपी निवासी खिरोधर प्रजापति का लगभग 42 वर्षीय पुत्र महेश्वर प्रजापति की दर्दनाक मौत घटना स्थल पर ही हो गई। घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार कथारा वाशरी से रेलवे रैक कोयला लोड लेकर कथारा वाशरी रेलवे साइडिंग में खड़ी थी। इसी बीच चांपी निवासी उपरोक्त युवक रैक से कोयला उतारने के लिए रैक पर चढ़ गया। इससे पहले की वह कोयला उतार पाता उपर से गुजरी 25 हजार वोल्ट करंट के चपेट में आ गया और वही रैक पर ही गिर कर दम तोड़ दिया। इस घटना की खबर फैलते ही सबसे पहले पास के काॅलोनी रेलवे काॅलोनी के लोग वहां पहुचे और देखते ही देखते सैकड़ों लोग वहां जमा हो गए थे। घटना की जानकारी कथारा ओपी को दी गई, जिसके बाद ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार सिंह व एएसआई केएन पाठक दल बल के साथ वहां पहुचे और घटना की जानकारी गोमिया जीआरपी को दी गई। इधर मृतक के गांव में घटना की खबर पहुते ही उनके वृद्ध पिता और गांव वासी वहां पहुच गए। मृतक के पिता ने बताया कि उसका बेटा कथारा मे राज मिस्त्री का काम करता था वह कोई कोयला चोर नही था। कहा कि आज काम नही मिला और वह इसी रास्ते गांव लौट रहा था। रैक मे कोयला लोड देख वह जलावन के लिए कोयला उतारने रैक पर चढ़ा और यह घटना घट गई। कहा कि मृतक के तीन छोटे छोटे बच्चे जिसमे दो पुत्र और एक पुत्री है। घटना की सुचना पाते ही रेलवे साइडिंग इंचार्ज राजू रविदास और रामेश्वर मंडल भी वहां पहुच गए। गोमिया जीआरपी के घटना स्थल पर पहुचने के बाद सबसे पहले बिजली कटवाई गई और रैक से शव को नीचे उतारा गया। इधर शव के नीचे उतरते ही ग्रामीणों ने शव को लेकर कथारा वाशरी मुख्य मार्ग पर शव को रख सड़क जाम कर मुआवजा की मांग करने लगे। इस जानकारी मिलते कथारा एसओपी जयंत कुमार और अधिकारी गुरु प्रसाद मंडल घटना स्थल पर पहुचे और ग्रामीणों को समझने बुझाने की कोशिश की मगर लोग मुआवजा की मांग पर अड़े रहे आखिरकार ओपी की पहल पर वार्ता सफल हुई और सीसीएल द्वारा मृतक के आश्रित को 31 हजार रुपया देने की सहमति के बाद शव उठाया गया। यह घटना रेलवे ट्रेक के पोल संख्या 4/5 और 4/7 के बीच घटी बताई जाती। बताता चलू की कथारा वाशरी से कोयला लोड लेकर निकलने के बाद रैक का कोयला कोयला चोरो के निशाना पर रहता है और आय दिन रैक से कोयला उतारने की दृश्य का दिखना आम है। सीसीएल कथारा वाशरी भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोई कार्रवाई करती नजर नही आती और समय समय पर इसी तरह के परिणाम देखने व सुनने को मिलता रहता है। इधर सफल वार्ता के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।